झारखंड में सीबीआई करीब 35 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. सीबीआई प्रदेश के 15 विधायकों के घरों और संबंधित ठिकानों की तलाशी ले रही है.
झारखंड में राज्यसभा चुनाव के दौरान विधायकों की अवैध खरीद-फरोख्त के मामले में सीबीआई जांच कर रही है. छापेमारी में सीबीआई को किस तरह के सबूत हाथ लगे, इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है.
सीबीआई ने शुक्रवार तडके राज्यसभा चुनावों में विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले में राजधानी रांची में एक मंत्री और डेढ़ दर्जन विधायकों समेत 34 लोगों के परिसरों पर छापेमारी प्रारंभ की.
केन्द्रीय जांच ब्यूरो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने को बताया कि तड़के झारखंड में राज्यसभा चुनावों में विधायकों की हुई खरीद-फरोख्त मामले में कुल 34 लोगों के खिलाफ एक साथ छापेमारी प्रारंभ की गयी.
अधिकारी ने बताया कि झारखंड के एक मंत्री चंद्र प्रकाश चौधरी, भाजपा के वरिष्ठ नेता और तीस मार्च को हुए राज्यसभा चुनावों में निर्दलीय पवन धूत के चुनावों के प्रबंधक अजय मारु, भाजपा विधायक अरुण मंडल और रामचंद्र बैठा के घरों और कार्यालयों पर छापेमारी की जा रही है.
इनके अलावा सत्ताधारी झामुमो के विधायक सीता सोरेन पौलिस सोरेन और आजसू के विधायकों के यहां भी छापेमारी की जा रही है. झारखंड के विपक्षी दलों राजद और कांग्रेस के विधायकों एवं कुछ निर्दलीयों के आवासों और घरों पर भी छापेमारी जारी है.
सीबीआई की कुल 36 टीमों ने एक साथ रांची, जमशेदपुर, हजारीबाग, गिरिडीह और बिहार के बांका जिलों में कुल 34 लोगों के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई प्रारंभ की.
सीबीआई जिनपर शिकंजा कस रही है, उनमें कमोबेश हर पार्टी के विधायक शामिल हैं, चाहे वह कांग्रेस, बीजेपी हो, या फिर आरजेडी. बहरहाल, लोगों की निगाहें इस केस के अंजाम पर टिकी हुई हैं.