गुजरात में 2002 में हुये नरोदा पाटिया दंगे के मामले में एक गवाह की कथित तौर पर हत्या कर दी गई.
पुलिस ने बताया कि हत्यारों ने नदीम अहमद सईद की तेज़ धार वाले हथियारों से हत्या कर दी और फरार हो गये. सईद को इसके बाद वी एस अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया.
28 फरवरी 2008 को गोधरा कांड के बाद हुये नरोदा पाटिया सांप्रदायिक दंगे के मामले में कांग्रेस कार्यकर्ता सईद गवाह थे. कुछ महीनों पहले ही अदालत ने सईद के बयान दर्ज किये थे. सईद के नजदीकी सूत्रों ने बताया है कि वे कुछ मामलों मे पुलिस के मुखबिर भी थे.
सूत्रों के अनुसार सईद की हत्या के तार कुछ सप्ताह पहले कसाईखाना मालिकों और पुलिस के बीच हुये संघर्ष से जुड़े हैं. सईद ने एक आरटीआई कार्यकर्ता रहते हुये गोधरा कांड के बाद हुये दंगों से जुड़े मामलों पर सवाल उठाये थे.