राधिका तंवर की कॉलेज जाते समय दिनदहाड़े हुई हत्या के चार दिन बाद मुख्य आरोपी को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है.
दक्षिण दिल्ली के धौलाकुआं इलाके में रामलाल आनंद कॉलेज के बाहर लड़की की हत्या के सिलसिले में दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की एक टीम ने 25 वर्षीय राम सिंह उर्फ विजय को गिरफ्तार किया है.
स्नातक की दूसरे वर्ष की 20 वर्षीय छात्रा की हत्या के बाद दिल्ली में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था.
विजय के दो दोस्तों तबरेज और अशरफ की उत्तरप्रदेश के सीतापुर से गिरफ्तारी के बाद जांचकर्ताओं ने उसे हिरासत में लिया. राधिका की गोली मारकर हत्या करने के बाद दोनों ने उसे दस मार्च को शहर से भागने में सहायता की.
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) एच जी एस धालीवाल ने शुक्रवार को कहा था, ‘राधिका द्वारा पिटाई के बाद वह काफी क्षुब्ध था और अपने दोस्तों से कहता था कि जब भी उसे मौका मिलेगा वह बदला लेगा. वह अपमान महसूस करता था और मुंबई चला गया.’ धालीवाल ने कहा कि विजय सीतापुर के विसवान गांव का रहने वाला है और वहां जांच में पता चला कि उसे कुछ मानसिक परेशानी है और अपने गांव में भी वह महिलाओं का पीछा करता था. सीतापुर राष्ट्रीय राजधानी से करीब 450 किलोमीटर दूर है.
वह करीब 45 दिन पहले राजधानी लौटा और हत्या के इरादे से कम से कम दो बार उसने राधिका का पीछा किया.
धालीवाल ने कहा, ‘हमें पता चला कि एक महीने पहले वह एक बस में चढ़ा जिसमें राधिका भी यात्रा कर रही थी. लेकिन वह अपनी योजना को परवान नहीं चढ़ा सका. पिछले शनिवार को उसने पैदल पार पथ पर उसका पीछा किया.’
जांचकर्ताओं के मुताबिक विजय रोहिणी में अपने दोस्त के घर गया था. वह उनके घर आठ मार्च को रूका और अगले दिन दूसरे दोस्त के घर गुड़गांव चला गया. जांचकर्ताओं ने कहा, ‘मीडिया में विस्तार से कवरेज को देखने के बाद वह और उसके दो दोस्तों ने गुड़गांव जाने की योजना बनाई. बहरहाल गुड़गांव के उसके दोस्त ने डर के मारे उसकी सहायता करने से इंकार कर दिया. दोनों दोस्त उसे गुड़गांव रेलवे स्टेशन ले गये जहां वे विजय से अलग हो गये.’