scorecardresearch
 

गैर कांग्रेसी सरकारों ने बर्बाद किये यूपी के 22 साल: राहुल

उत्तर प्रदेश में चुनावी रणभेरी बजने के बाद पहली बार अवाम से मुखातिब हुए कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने दावा किया कि राज्य की जनता के गैर कांग्रेसी सरकारें चुनने से सूबे के 22 साल बर्बाद हुए हैं और सिर्फ कांग्रेस ही इस प्रदेश को विकास की राह पर ला सकती है.

Advertisement
X
राहुल गांधी
राहुल गांधी

उत्तर प्रदेश में चुनावी रणभेरी बजने के बाद पहली बार अवाम से मुखातिब हुए कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने दावा किया कि राज्य की जनता के गैर कांग्रेसी सरकारें चुनने से सूबे के 22 साल बर्बाद हुए हैं और सिर्फ कांग्रेस ही इस प्रदेश को विकास की राह पर ला सकती है.

Advertisement

उत्तर प्रदेश के अपने दौरे के तीसरे चरण के पहले दिन राहुल ने सीतापुर के सिधौली में आयोजित जनसभा में पिछले 22 साल के दौरान आई गैर कांग्रेसी सरकारों पर आरोप लगाया कि इन सरकारों ने सिर्फ 10 प्रतिशत जनता के लिये ही काम किया और बाकी की उपेक्षा की.

उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश के 22 साल बर्बाद हुए हैं. पांच साल हमें दीजिये, हम शुरुआत करके दिखाएंगे और 10 साल में आपके प्रदेश को दिल्ली, महाराष्ट्र की तरह बनाकर दिखाएंगे.’

कांग्रेस महासचिव ने कहा ‘यह राजनीति की बात नहीं बल्कि आपके बच्चों के भविष्य की बात है. उत्तर प्रदेश में गरीबों के प्रति कल्याणकारी और उन्नति चाहने वाली सरकार नहीं बनती है. आप गरीबों की, मजदूरों की सरकार बनाइये फिर देखिये हम क्या कर सकते हैं.’

राहुल ने अपना एक अनुभव साझा करते हुए कहा कि प्रदेश का छह साल का बच्चा भी जानता है कि अपने गृह प्रदेश में उसे रोजगार नहीं मिलेगा और उसे इसके लिये दिल्ली या महाराष्ट्र जाना पड़ेगा.

Advertisement

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के लिये राज्य सरकार को धन भेजती है, लेकिन वह गरीबों तक नहीं पहुंचता और उसे मायावती का तैयार किया हुआ ‘जादू का हाथी’ खा जाता है.

राहुल ने आरोप लगाया कि मायावती अपने इसी ‘हाथी के भोजन’ का इंतजाम करने के लिये ही भोजन का अधिकार विधेयक का विरोध कर रही हैं, क्योंकि वह सोचती हैं इस योजना के लिये जो धन आएगा उसे उनका हाथी खाएगा. उन्होंने आरोप लगाया, ‘हम आपको रोजगार की गारंटी देते हैं, लेकिन बसपा का हाथी यह गारंटी लेता है कि वह गरीबों का पैसा खा लेगा.’

कांग्रेस महासचिव ने केन्द्र सरकार की विभिन्न उपलब्धियों का बखान करते हुए कहा कि केन्द्र ने जनता को मनरेगा के अलावा, सूचना का अधिकार तथा शिक्षा का अधिकार दिया और अब वह भोजन का अधिकार कानून लाने कोशिश कर रहा है, लेकिन मायावती इसका भी विरोध कर रही हैं.

उन्होंने मुख्यमंत्री मायावती और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव की जननेता की छवि खत्म हो जाने का दावा करते हुए कहा ‘मुलायम सिंह यादव पहले जमीनी नेता हुआ करते थे, लेकिन अब वक्त बदल गया है. अब वह जनता के बीच नहीं जाते. यही हाल मायावती का भी है.’

Advertisement

राहुल ने कहा, ‘आपके नेताओं को पता लगना चाहिये कि ग्रामीण जनता किन हालात में जी रही है. वे आपके यहां खाना नहीं खाते और कुएं का गंदा पानी नहीं पीते. उन्हें कैसे पता होगा कि गरीबी क्या है और ग्रामीण जनता को किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है.’

कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रदेश के क्षेत्रों के सम्यक विकास के प्रति गम्भीर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य को चार हिस्सों में बांटने का प्रस्ताव तो पारित कर दिया, लेकिन सबसे पिछड़े बुंदेलखण्ड इलाके में उपेक्षा से परेशान लोगों की सुध लेने नहीं गयीं.

Advertisement
Advertisement