कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने हिमाचल प्रदेश में चुनावी रैली के दौरान विपक्षी पार्टी बीजेपी पर निशाना साधते हुए सवाल दागा कि भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे बीजेपी के नेताओं पर बीजेपी ने क्या कार्रवाई की.
बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी का परोक्ष तौर पर उल्लेख करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘जहां भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे हमने कार्रवाई की. उनके नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो क्या उन्होंने कोई कार्रवाई की. उन्होंने एक भी शब्द नहीं कहा.’ एक रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने लोगों को याद दिलाया कि कांग्रेस ही आरटीआई लाई और यह बीजेपी है जिसने राज्यसभा में लोकपाल विधेयक के पारित होने में बाधा पहुंचाई.
उन्होंने एफडीआई के बीजेपी के विरोध को भी खारिज कर दिया. उन्होंने उसपर गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया. राहुल गांधी ने कहा कि एफडीआई किसानों के लाभ के लिए है.
राहुल ने कहा, ‘जब उनकी (बीजेपी नीत राजग की) सरकार दिल्ली में थी तो वे एफडीआई के खिलाफ नहीं थे. अब जब हम इसे ला रहे हैं तो वे सिर्फ इसलिए इसका विरोध कर रहे हैं क्योंकि ऐसा कांग्रेस कर रही है.’
राहुल ने कहा, ‘विपक्ष कहेगा कि मनरेगा गलत है. किसानों की कर्ज माफी गलत है, सर्वशिक्षा अभियान गलत है और एफडीआई गलत है क्योंकि इसे कांग्रेस कर रही है.’ उन्होंने राज्य में भूमि आवंटन के मुद्दे पर बीजेपी की आलोचना की. गांधी ने कहा कि लोग शिकायत करते हैं कि उनकी भूमि मनमाने तरीके से बाहरी लोगों को बेच दी गई.
राहुल गांधी ने इस अवसर का इस्तेमाल युवाओं से राजनीति में आने और इसे बदलने का आह्वान करने के लिए भी किया. गौरतलब है कि राहुल जल्द ही पार्टी मामलों में बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं.
गांधी ने कहा, ‘जब तक आप व्यवस्था से बाहर रहेंगे, जब तक नई पीढ़ी राजनीति में नहीं आएगी, यह व्यवस्था नहीं बदल सकती. मैं नए लोगों, युवकों और खासतौर पर महिलाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं. जिन राज्यों में महिलाएं राजनीति में आईं और सचेत थीं उनका विकास तेजी से हुआ.’
उन्होंने लोगों से कांग्रेस के पक्ष में मतदान कर उसे राज्य की सत्ता में लाने की अपील की. उन्होंने हिमाचल प्रदेश में बेरोजगारी की समस्या को भी उजागर करते हुए कहा कि इन बातों को बदला जाना है.