तीसरे मोर्चे के गठन और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के प्रधानमंत्री बनने की संभावनाओं को पूरी तरह नकारते हुए केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा कि राहुल गांधी वर्ष 2014 में होने वाले लोकसभा के चुनाव के बाद प्रधानमंत्री होंगे और मुलायम सिंह यादव उनका समर्थन करेंगे.
इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा, ‘समाजवादी पार्टी केन्द्र की संप्रग सरकार की सहयोगी है. सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से पुराने राजनैतिक और व्यक्तिगत संबंध रहे हैं तो उनके प्रति सकारात्मक विचारों को मेरी सपा में पुन: वापसी से जोड़ कर नही देखा जाना चाहिए.’
वर्मा ने कहा, ‘हां, मुलायम सिंह यादव के प्रति नरम रुख स्वाभाविक है क्योंकि सपा केन्द्र सरकार की सहयोगी है और यादव के कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अच्छे संबंध हैं. इसके अलावा मैं भी केन्द्र में मंत्री हूं. ऐसी स्थिति में मुलायम के प्रति नरम रुख लाजमी है.’
मुलायम सिंह यादव के प्रति अभी तक बेहद ‘तल्ख रुख’ रखने के बाद अचानक ‘नरम रुख’ को लेकर सपा में पुन: वापसी की अटकलों के बारे में वर्मा ने स्पष्ट किया, ‘समाजवादी पार्टी में वापसी की कोई गुंजाइश नहीं है. पूरी जिदंगी कांग्रेस में रहूंगा. वहां मुझे भरपूर मान और सम्मान मिला है.’
उन्होंने कहा ‘सपा में क्यों वापसी करूंगा? मुझे अब विधायक नहीं बनना, केन्द्र और केन्द्रीय राजनीति में सपा की भूमिका सहयोगी की ही है. मैं कांग्रेस में हूं और ताउम्र रहूंगा.’
केन्द्रीय मंत्री बेनी एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि जहां तक मुलायम सिंह से राजनैतिक प्रतिद्वंद्विता का सवाल है, आने वाले लोकसभा चुनाव में उनके और सपा के प्रति वही तल्खी और तेवर कायम रहेंगे.
सपा के पूर्व महासचिव अमर सिंह की सपा में फिर से वापसी के लिए किये जा रहे प्रयास संबधी समाचारों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने सपा मुखिया को बीते दिनों की याद दिलाते हुये मशविरा दिया कि वे इस बावत बहुत ही सोच विचार कर कोई निर्णय लें. पहले भी मुलायम कीमत अदा कर चुके हैं अगर ऐसा हुआ तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी.
अखिलेश यादव की सरकार के काम काज के बारे में पूछे जाने पर वर्मा ने कहा कि अखिलेश ईमानदार हैं और साफ सुधरी सरकार चला रहे हैं.
उन्होंने
कहा कि अखिलेश सरकार में जो कुछ भी कमियां और खामियां है वह अनुभव की कमी के कारण है. मुख्यमंत्री ईमानदार हैं और ‘बोल्ड’ हैं, आने वाले समय में बोल्ड निर्णय भी लेंगे.
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को मुलायम का ‘जैविक पिता’ और खुद को ‘राजनैतिक पिता’ बताते हुए इस्पात मंत्री ने मुलायम सिंह यादव को यह भी सलाह दी कि वह सरकार चलाने में बोल्ड निर्णय लेने के लिए उसे उत्साहित करें और सरकार के ‘कामकाज में दखलदांजी’ से परहेज करें.
खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के संदर्भ में इस्पात मंत्री का मानना है कि देश के आर्थिक स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने और कृषकों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने की दृष्टि से केन्द्र सरकार का निर्णय सराहनीय है.
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस और भाजपा जो आज विरोध कर रहे हैं, उन लोगों ने अपने चुनाव घोषणा पत्रों में एफ.डी.आई. की वकालत की है, केवल राजनैतिक रूप से विरोध के लिए किसी भी निर्णय की मुखालफत करना बेमानी है.
बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा कि जहां तक उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एफ.डी.आई. को लागू करने का प्रश्न है, वह मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव से बात कर इसे लागू करने को कहेंगे.
उत्तर प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस की बुरी पराजय के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि विधान सभा चुनावों में कांग्रेस की असफलता में विरोधी दलों का प्रभाव आड़े नहीं आया बल्कि कांग्रेसजनों की अपनी कमजोरियां रहीं. आगामी लोकसभा चुनाव में स्थितियां भिन्न होगी जिसमें कांग्रेस का पलड़ा भारी होगा.