राहुल गांधी का मायावती पर हमला जारी है. कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री मायावती द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में इसी हफ्ते छह मंत्रियों को बर्खास्त कर दिये जाने के निर्णय की खिल्ली उड़ाते हुए कहा है कि जब चुनाव में महज एक महीना रह गया है, वह (मायावती) जनता को बेवकूफ बना रही हैं.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चुनावी दौरे के चौथे दिन विभिन्न स्थानों पर जनसभाओं को संबोधित करते हुए राहुल ने व्यंग्य करते हुए कहा, ‘मायावती ने लखनऊ में जादू का हाथी बैठा रखा है, जो गरीबों का पैसा हजम कर जाता है और जब किसी विभाग का पैसा हाथी चट कर जाता है तो वह उस विभाग के मंत्री को हटा देती हैं. वह इन मंत्रियों को हटाकर उनके विभाग दूसरे भ्रष्ट मंत्री को दे देती हैं.’
उन्होंने बसपा मुखिया मायावती के दलित प्रेम पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘मायावती अपने को दलितों का नेता कहती हैं ,मगर पिछले पांच सालों में एक बार भी किसी गरीब के घर नहीं गयीं. उनसे बात नहीं की.' राहुल ने कहा कि लगता है मायावती गरीबों के बीच जाने से डरती हैं इसीलिए 40 फुट ऊंची चारदीवारी के अंदर रहती हैं.
कांग्रेस महासचिव ने कथित भ्रष्टाचार के लिये प्रदेश में सत्तारढ़ बसपा सरकार और प्रदेश के पिछड़ेपन के लिये 22 साल के गैर कांग्रेसी शासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, ‘मैं यहां केवल चुनाव जीतने नहीं आया हूं. मैं उत्तर प्रदेश को बदलने आया हूं. गरीबी पिछड़ापन हटाने आया हूं. राजनीति का मतलब गरीबी पिछड़ापन हटाना होता है. इन्दिराजी ने यही किया था.’
राहुल गांधी ने मनरेगा का उल्लेख करते हुए कहा कि यूपीए सरकार ने हर बेरोजगार को साल में प्रतिदिन 120 रपए के हिसाब से 100 दिन के काम की गारंटी दी, मगर मायावती ने कहा कि इससे कोई फायदा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार देश में भोजन का अधिकार देने जा रही है, तो मायावती कहती हैं कि यह मजाक है इससे किसी को फायदा नहीं होगा जबकि इसका सबसे ज्यादा फायदा दलितों को ही होगा.
राहुल ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव पर भी निशाना साधा और कहा कि जब केन्द्र सरकार ने अल्पसंख्यकों को आरक्षण दिया तो वह सन्नाटे में आ गये. बाद में कहा कि आरक्षण कम दिया कम से कम 18 फीसदी आरक्षण होना चाहिए.
उन्होंने मुलायम पर पलटवार करते हुए कहा कि यदि वह मुसलमानों के इतने हितैषी हैं तो अपने चुनाव घोषणा-पत्र में उनके लिये 18 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा करें. राहुल ने बुन्देलखण्ड अंचल के लोगों की कथित बदहाली, विभिन्न केन्द्रीय योजनाओं में भ्रष्टाचार, कांग्रेसनीत संप्रग सरकार के काल में शुरू की गयी योजनाओं तथा प्रदेश में खाद, पानी की कमी की चर्चा की और प्रदेश के पिछड़ेपन के लिये 22 साल सत्ता में रही गैर कांग्रेसी सरकारों को जिम्मेदार ठहराया.
उन्होंने कहा, ‘अब बदलाव का समय आ गया है. 22 साल आपने दूसरों को दिये. भाजपा के लोगों ने राम के नाम पर दलाली की. मुलायम सिंह जी ने जाति के नाम पर वोट मांग कर थानों में गुण्डे भर दिये. 2007 में सपा से गुस्साये लोगों ने मायावती को चुना तो उन्होंने केवल भ्रष्टाचार फैलाया.’