रेल बजट पेश करने से एक दिन पहले ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की. एक वरिष्ठ रेल अधिकारी ने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया.
रेल अधिकारी ने कहा, ‘रेल बजट की प्रस्तुति से पहले यह शिष्टाचार भेंट थी.’ इससे पहले रेल मंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि यह बजट आम आदमी को समर्पित हैं. उन्होंने कहा, ‘यह जनता को समर्पित है क्योंकि आम आदमी हमारी संपत्ति और ताकत है.’ वर्ष 2010-2011 के रेल बजट को अंतिम रूप देने के अवसर पर परंपरागत फोटो सत्र के दौरान उन्होंने बजट प्रस्तावों के बारे में कुछ भी कहने से इंकार किया और कहा ‘सब कुछ जानने के लिए कल तक इंतजार कीजिये.
रेल बजट में कश्मीर से कन्याकुमारी के बीच ‘शांति एक्सप्रेस’ के नाम से एक ट्रेन चलाने की घोषणा किये जाने की संभावना है. इसके अलावा देश में पर्यटन को बढावा देने के लिए ‘संस्कृति एक्सप्रेस’ के नाम से भी एक ट्रेन चलायी जा सकती है.