भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि दूरसंचार मंत्री ए राजा का इस्तीफा काफी नहीं है और मांग की कि 2-जी स्पेक्ट्रम लाइसेंस आवंटन घोटाले में शामिल सभी लोगों को न्याय के कठघरे में लाया जाये.
गडकरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘राजा का इस्तीफा देना भर काफी नहीं है. इस सौदे में जो भी शामिल थे, उन्हें न्याय के कठघरे में लाना चाहिए.’ भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि करीब 1.76 लाख करोड़ रुपये के 2-जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में केवल राजा ही जिम्मेदार नहीं है बल्कि अन्य लोगों को बचाने के लिए द्रमुक नेता को बलि का बकरा बनाया गया है.
उन्होंने कहा कि 1.76 लाख करोड़ रुपये देश के सकल घरेलू उत्पाद का करीब तीन फीसदी हिस्सा है. गडकरी ने कहा, ‘अब राजा संप्रग का बजायेगा बाजा. इस घोटाले में कई अन्य लोगों के भी हाथ हैं और उन्हें कार्रवाई का सामना करना होगा.’ {mospagebreak}
उन्होंने मांग की कि इस मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. न केवल मंत्री, मंत्रालय बल्कि मंत्रियों का समूह और प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी 2-जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में निर्णय लिया होगा. भाजपा प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इसकी जिम्मेदारी लेते हुए राष्ट्र के समक्ष इसका स्पष्टीकरण देना चाहिए.
बहरहाल, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने राजा के इस्तीफे को लोकतंत्र की जीत बताया और कहा कि सरकार पर संयुक्त संसदीय समिति की जांच का दबाव बनाने के लिए राजग के नेताओं ने सोमवार को बैठक में निर्णय किया है.