कन्या भ्रूण हत्या पर को लकेर लोगों के दिल को झकझोरने वाले आमिर खान के शो का पहला असर नजर आ गया है. इस मुद्दे को लेकर बुधवार ही आमिर राजस्थान के मुख्यमंत्री से मिले और गुरुवार को हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने की सहमति दे दी.
इस खबर पर मुहर लगाई है राजस्थान के मुख्य़मंत्री अशोक गहलोत ने. और उन्हें ये भरोसा दिया है हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस, जो फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने के लिए सहमत हो गए हैं.
साफ है आमिर की कोशिशों का असर नजर आने लगा है, जयपुर में आमिर खान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से एक दिन पहले ही मिले थे और फास्ट ट्रैक कोर्ट को लेकर जज से मिली सहमति से इसका असर सामने भी दिख रहा है.
इतना ही ही नहीं इस मामले को लेकर अशोक गहलोत शुक्रवार सुबह 11.30 बजे एनजीओ, मेडिकल और होम डिमार्टमेंट से मीटिंग भी करने वाले हैं.
कन्या भ्रुण हत्या से जुड़े मामलों को तेजी से निपटाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट की जरूरत है. क्योंकि ज्यादातर मामले बरसों तक फाइलों में दबे रह जाते हैं और हत्यारों का गिरोह नन्ही कलियों को दुनिया में आने से पहले ही कुचलने के लिए आजाद छूट जाते हैं.
दूसरी बात बात सोनोग्राफी सेंटर्स की, जहां अजन्मी बच्चियों को मौत का फरमान सुनाए जाने की साजिश की शुरुआत होती है.
कई बार इनके खिलाफ शिकायतें सामने आती हैं. लेकिन कानून की सुस्त चाल का फायदा उठाकर ये साफ बच निकलते हैं. गहलोत सरकार ने संकेत दिया है कि अब इन सोनोग्राफी सेंटरों की काली करतूत बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
दरअसल सत्यमेव जयते शो में खास जोर राजस्थान पर दिया गया था और कार्यक्रम के बाद ही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आमिर खान से मिलने का एलान किया था. उन्होंने वादा निभाया भी और जयपुर में आमिर खान से मुलाकात भी की.