राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर गुर्जर आंदोलन भड़काने का आरोप लगाया है.
गहलोत ने कहा, ‘भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गडकरी और वसुंधरा राजे चाहते हैं कि जगह-जगह आग लगे, रास्ते जाम हों, रेल पटरियों पर लोग बैठें, मैं इसकी निंदा करता हूं.’ उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के दौरान गुर्जर समाज का आन्दोलन चला लेकिन कांग्रेस नेताओं ने आंदोलन को हवा नहीं दी. हमने उस वक्त भी कहा था कि संवैधानिक प्रक्रिया के तहत ही किसी को आरक्षण मिल सकता है.
गहलोत ने कहा कि मुझे इस बात का अफसोस है कि लोकतंत्र के अंदर जो अपने आप में राष्ट्रीय पार्टी (भाजपा) कहलाती है उस पार्टी के नेताओं की इतनी संकीर्ण सोच है कि चाहे गोलीबारी हो, हिंसा हो, टकराव हो , कुछ भी हो, लेकिन शान्ति के साथ में आन्दोलन समाप्त नहीं हो. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आंदोलन भड़काने का काम करती है उसकी देश में आग लगाने की फितरत है जबकि कांग्रेस के नेताओं ने आग बुझाने का काम किया है.
गहलोत ने कहा कि भाजपा को कर्नल किरोडी सिंह बैंसला से आन्दोलन समाप्त करने की अपील करनी चाहिए थी लेकिन वह ऐसा नहीं कर आंदोलन को और हवा दे रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह गुर्जर समाज के तमाम लोगों से फिर अपील करना चाहेंगे कि चाहे वह किसी भी राजनीतिक पार्टी के लोग हो, आन्दोलन राज्य के हित में नहीं है ,इस आन्दोलन को शीघ्र समाप्त करे.
वहीं, गुर्जर आंदोलनकारियों ने टोंक जिले के वनस्थली के पास जयपुर-मुंबई रेल मार्ग को जाम कर दिया. पुलिस और रेलवे सूत्रों ने बताया कि आंदोलनकारियों द्वारा वनस्थली के निकट रेल ट्रैक पर कब्जा कर लिये जाने के कारण सवाई माधोपुर रेल मार्ग पर भी यातायात ठप हो गया है. उन्होंने कहा कि इस मार्ग से निकलने वाली गाड़ियों को फिलहाल परिवर्तित मार्ग से संचालित करने का प्रयास किया जा रहे है.
आन्दोलनकारियों द्वारा जयपुर-मुंबई रेल मार्ग पर कब्जा कर लेने के बाद जयपुर का सम्पर्क दिल्ली, आगरा, उदयपुर और मुम्बई से पूरी तरह कट गया है.
गौरतलब है कि गुर्जर आन्दोलनकारी इससे पहले बांदीकुई के निकट जयपुर -दिल्ली रेल मार्ग, भरतपुर जिले के छोकरा रेल फाटक पर दिल्ली मुम्बई रेल मार्ग, भीलवाड़ा जिले के माडल के निकट अजमेर-उदयपुर रेल मार्ग पर पहले से ही कब्जा कर लेने के कारण इस मार्ग पर रेल यातायात ठप है.