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आचार्य बालकृष्‍ण की डिग्री फर्जी: कुलसचिव

योग गुरु बाबा रामदेव के करीबी आचार्य बालकृष्ण की पूर्व मध्यमा एवं शास्त्री की डिग्रियां फर्जी पायी गयी हैं. सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.

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योग गुरु बाबा रामदेव के करीबी आचार्य बालकृष्ण की पूर्व मध्यमा एवं शास्त्री की डिग्रियां फर्जी पायी गयी हैं. सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.

बालकृष्ण की डिग्रियां फर्जी होने की बात का खुलासा सीबीआई की जांच में हुआ. सीबीआई की एक सदस्यीय टीम दिन में सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय आयी और फर्जी डिग्रियों की पुष्टि के बाद शाम को लौट गयी.

सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव रजनीश शुक्ल ने रात को बताया कि देहरादून से सीबीआई के एक इस्पेक्टर योगेश सिंह देव दिन में आये. उन्होंने बालकृष्ण के नाम पर जारी दो प्रमाणपत्रों की छायाप्रति उपलब्ध करायी और उनकी सत्यता जांचने का अनुरोध किया.

उपलब्ध कराये गये आंकडो में उल्लेख था कि आचार्य बालकृष्ण ने सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से संबद्ध खुर्जा (बुलंदशहर) के राधा कृष्ण संस्कृत महाविद्यालय से 1991 में पूर्व मध्यमा एवं 1996 में शास्त्री की डिग्री हासिल की थी.

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शुक्ल ने बताया कि विश्वविद्यालय में उपलब्ध रिकार्ड से रोल नम्बर का मिलान कराया गया तो पता चला कि किसी अन्य छात्र ने वे दोनों डिग्रियां हासिल की है. उपरोक्त रोल नम्बर पर आचार्य बालकृष्ण के नाम से कोई डिग्री नहीं जारी की गयी है. इस आधार पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो बिंदा प्रसाद मिश्र ने दोनों डिग्रियों को फर्जी करार दे दिया.

गौरतलब है कि कुलपति प्रो मिश्र के कार्यभार ग्रहण करने के बाद चल रही जांच पडताल में यहां से जारी सैकडों फर्जी डिग्रियों के बारे में जानकारी मिली है. कुछ दिनों पूर्व इसी सिलसिले में विवि के दो कर्मचारियों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है और वे अब तक जेल में है.

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