योगग्राम से जुड़े ज़मीन विवाद से छुटकारा पाने के लिए रामदेव ने 43 बीघा ज़मीन वापस लौटा दी है. इसके लिए बाक़ायदा चहारदीवारी गिराई गई और पुरानी जगह से काफ़ी पीछे हटकर तारों की बाड़ लगा दी गई है. योगग्राम की तरफ़ से कहा गया कि विवादित ज़मीन से कब्ज़ा छोड़ दिया गया है.
हरिद्वार के औरंगाबाद गांव के लोगों ने आरोप लगाया था कि योगग्राम की 43 बीघा ज़मीन, अवैध तरीके से कब्ज़ाई गई है. गांव वालों की शिक़ायत पर सीएम ने जांच के आदेश दिए और एसडीएम ने अपनी जांच में शिक़ायत को सही पाया था.
योगग्राम की ज़मीन विवाद आख़िर है क्या.
स्वामी रामदेव की पतंजलि योगपीठ के पास क़रीब 7 सौ बीघे ज़मीन पर बना है योगग्राम. इसी के 43 बीघा ज़मीन को लेकर विवाद उठ खड़ा हुआ था. ये 43 बीघा ज़मीन हरिद्वार ज़िले के औरंगाबाद गांव की हद में आती है. गांव वालों ने आरोप लगाया था कि इस ज़मीन पर ज़बरन कब्ज़ा किया गया था. बवाल बढ़ने पर रामदेव ने विवादिद ज़मीन के बदले दूसरी ज़मीन देने की पेशकश भी की थी लेकिन गांव वाले इस पर राज़ी नहीं हुए.