योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि यदि ओलम्पिक में भ्रष्टाचार के लिए कोई पदक दिया जाता, तो भारत को वहां स्वर्ण पदक मिलता. रामदेव रामलीला मैदान में भ्रष्टाचार व काले धन के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. उन्होंने अपने हजारों समर्थकों के बीच यह बात कही.
भ्रष्टाचार व काले धन के खिलाफ अपने आंदोलन के लिए देशवासियों से समर्थन मांगते हुए रामदेव ने कहा, 'यदि ओलम्पिक में भ्रष्टाचार के लिए कोई प्रतिस्पर्धा होती तो वहां भारत को स्वर्ण पदक मिल सकता था.'
रामलीला मैदान में सुबह आठ बजे से ही समर्थकों की भीड़ जुटने लगी थी. लोगों ने उनके इस कथन पर तालियां बजाईं. इस पर उन्होंने कहा, 'यह ऐसा मुद्दा नहीं है, जिस पर तालियां बजाई जाएं.'
उन्होंने समर्थकों को सम्बोधित करने से पहले योग शिविर के साथ दिन की शुरुआत की. वह भ्रष्टाचार व काले धन के खिलाफ आंदोलन करने के साथ सख्त लोकपाल विधेयक बनाए जाने, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को स्वतंत्र बनाने व सिटीजंस चार्टर की भी मांग कर रहे हैं. हाल ही में भंग हुई टीम अन्ना की भी यही मांगें थीं.
उन्होंने कहा, 'यदि सीबीआई को स्वतंत्र इकाई बना दिया गया तो राजनीति स्वच्छ हो जाएगी क्योंकि विपक्षी नेताओं को ब्लैकमेल करने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल किया जाता है.'
स्वामी रामदेव के अनशन के दूसरे दिन बाबा ने एक बार फिर कालाधन वापस लाने और भ्रष्टाचार को मिटाने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि उनका आंदोलन गांव-गांव तक जाएगा.
बाबा रामदेव ने कहा कि लोगों को इस आंदोलन से निराशा नहीं मिलेगी. रामदेव ने सुबह-सुबह अपने समर्थकों को योग करवाया. साथ ही उन्होंने अनशन को लेकर सरकार को भी चेतावनी दी. रामदेव ने कहा कि वे आदर्श व्यवस्था और आदर्श जीवन जैसा समाज लाना चाहते हैं.
शुक्रवार को रामलीला मैदान में रामदेव के अनशन का दूसरा दिन है. रामदेव तीन दिन के सांकेतिक अनशन का ऐलान कर चुके हैं.
बाबा रामदेव ने कहा है कि वे 12 अगस्त को अगली रणनीति का खुलासा करेंगे. उन्होंने सरकार को मांगें मानने के लिए 3 दिन का वक्त दिया है. वैसे सरकार के प्रति रामदेव का रुख नरम ही है.
दूसरी ओर, आरजेडी चीफ लालू प्रसाद ने बाबा रामदेव को आंदोलन छोड़ने की नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि रामदेव अपना बोरिया-बिस्तर समेट लें. साथ ही भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वामी रामदेव के खिलाफ रैली निकाली और पुतला फूंका.
बहरहाल, रामलीला मैदान में रामदेव का अनशन जारी है और आंदोलनकारियों में खासा उत्साह देखा जा रहा है.