सोनिया गांधी के पोस्टर पर कुछ प्रदर्शनकारियों ने कालिख पोत दी. शुरू में कहा जा रहा था कि बाबा रामदेव के समर्थकों ने ऐसा किया है लेकिन बाबा रामदेव के प्रवक्ता ने इसका खंडन किया. इस बीच भगत सिंह क्रांति दल ने इस घटने की जिम्मेदारी ले ली है.
देखें कैसे पोती गई सोनिया गांधी की पोस्टर पर कालिख
कालिख पोतने वाले व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी व्यक्ति ने खुद को भगत सिंह क्रांति सेना का सदस्य बताया है. आरोपी ने बाबा रामदेव के समर्थक होने से इनकार किया है.
इस बीच कांग्रेस के तमाम दिग्गज कांग्रेस मुख्यालय पर जुटने लगे हैं. कांग्रेस नेता हनुमंत राव ने कहा है कि इस घटना के पीछे बीजेपी एवं संघ का हाथ है. हालांकि संघ एवं बीजेपी की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर बाबा रामदेव की तस्वीर को लिए कुछ लोगों ने हंगामा किया और सोनिया गांधी के पोस्टर पर कालिख पोत दी. प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और रामदेव समर्थकों में झड़प भी हुई जिसमें तथाकथित रामदेव समर्थकों की पिटाई भी हुई.
तथाकथित रामदेव समर्थकों ने दिल्ली के 24 अकबर रोड पर स्थिति कांग्रेस मुख्यालय में लगे सोनिया गांधी के पोस्टर पर कालिख भी पोत दी. बाबा रामदेव ने इस मामले को पूरी साजिश करार देते हुए कहा है कि उनके जिन्होंने भी यह काम किया है वो उनके समर्थक नहीं हैं.
बाबा रामदेव के प्रवक्ता ने बताया कि यह पूरी तरह एक साजिश है. घटना के बाद कांग्रेस मुख्यालय के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. बाद में इस घटना की जिम्मेदारी भगत सिंह क्रांति सेना ने ली है.
गौरतलब है कि शनिवार को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद एक शख्स ने बाबा रामदेव के चहरे पर स्याही फेंक दी थी जिसके बाद वहां मौजूद रामदेव समर्थेकों ने उस शख्स की पिटाई कर दी थी.
उस घटना के बाद कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा था कि योगगुरु रामदेव पर काली स्याही फेंके जाने की घटना आरएसएस की साजिश थी और इस हमले को अंजाम देने वाला व्यक्ति कांग्रेस विरोधी है तथा उसके भाजपा से संबंध हैं.
वहीं जांच में पता चला था कि बाबा रामदेव पर स्याही फेंकने वाले शख्स कामरान के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे. आशंका यह भी जताई गई कि वह किसी साजिश का मोहरा भी हो सकता है. बाबा रामदेव ने भी परोक्ष रूप से कांग्रेस की तरफ ही उंगली उठाई थी.