अन्ना हजारे ने लोकपाल विधेयक पर संसद की स्थाई समिति की सिफारिशों के खिलाफ आज एक दिन का सांकेतिक अनशन शुरू कर दिया. इस अवसर पर टीम अन्ना की प्रमुख सदस्य किरण बेदी ने कहा कि सीबीआई को लोकपाल के दायरे में लाया जाना चाहिए ताकि एजेंसी के विभिन्न राज्यों के हजारों कर्मचारी अधिकारी इसमें आ सकें.
उन्होंने कहा कि सरकार सीबीआई को छोड़ना नहीं चाहती क्योंकि सीबीआई की अल्मारियां फाइलों से भरी पड़ी हैं. लोकपाल से डर पैदा होगा सुशासन पैदा होगा. सरकारी सेवा जो मेवा बन गई है फिर सेवा बन जाएगी.
बेदी ने कहा कि नेहरू के समय से भ्रष्टाचार के खिलाफ तंत्र बनाने की बात चल रही है. काश नेहरू जी ‘सिस्टम’ दे जाते. 1962 से 2011 हो गया पर अब जन लोकपाल लाना ही होगा. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने लोगों को ‘धोखा’ दिया है और जंतर मंतर पर एकत्र हुए लोग प्रार्थना करेंगे कि सरकार को सद्बुद्धि आए.
अन्ना हजारे ने जंतर मंतर पर सुबह करीब सवा दस बजे अपना अनशन शुरू किया. इस मौके पर एकत्रित उनके समर्थक तिरंगा लहराते हुए ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगा रहे थे.