भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने गोधराकांड के बाद हुए दंगों के मामले में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उच्चतम न्यायालय की ओर से गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा कुछ भी ठोस सबूत नहीं पाये जाने की खबरों को काफी सुकूनदायक करार दिया.
मोदी का पुरजोर तरीके से बचाव करते हुए आडवाणी ने कहा कि उनके 60 वर्ष के राजनीतिक जीवन में वह अपने ऐसे किसी भी सहयोगी को नहीं जानते जिनके खिलाफ विरोधियों ने इतना लगातार और द्वेषपूर्ण अभियान चलाया हो जितना मोदी के खिलाफ चलाया गया है.
पूर्व उप प्रधानमंत्री ने अपने ब्लॉग में लिखा कि मोदी को बुरा बताने वाले अभियान का हिस्सा रहे लोगों ने उन पर एक ही आरोप के आधार पर हमले किये कि वह गोधराकांड के बाद गुजरात में दंगों को नहीं रोक पाये.
उन्होंने कहा कि काफी लंबे वक्त बाद उन्होंने यह काफी सुकूनदायक खबर पढ़ी कि विशेष जांच दल ने मोदी को गोधराकांड के बाद जानबूझकर दंगे होने देने के आरोपों से मुक्त कर दिया है.
आडवाणी ने कहा कि देश को एसआईटी की उच्चतम न्यायालय को सौंपी गयी रिपोर्ट के पूरे विवरण का उत्सुकता से इंतजार है.
मीडिया की एक खबर के अनुसार, एसआईटी ने मोदी को इस आरोप से मुक्त कर दिया है कि वह साम्प्रदायिक दंगों को तुरंत रोकने के लिये दखल देने के अपने संवैधानिक कर्तव्य के निर्वहन में नाकाम रहे.