पाकिस्तान ने कहा कि पिछले महीने हुए नाटो हमलों पर अमेरिका की रिपोर्ट तथ्यों पर आधारित नहीं है. इन हमलों में 24 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई थी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल बसित ने कहा कि पेंटागन के रिपोर्ट को पूरी तरह पढ़ने के बाद उसपर विस्तृत प्रतिक्रिया दी जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि ‘यह तथ्यों पर आधारित नहीं है.’
पाकिस्तानी सेना द्वारा रिपोर्ट को पक्षपाती कह कर नाकारने के एक दिन बाद विदेश मंत्रालय की यह प्रतिक्रिया आयी है. 26 नवंबर को हुए इस हमले ने पहले ही से तनावपूर्ण पाकिस्तान-अमेरिका के संबंधों को और बिगाड़ दिया.
अमेरिकी सेना के केन्द्रीय कमान ने सोमवार को रिपोर्ट के उन हिस्सों को अपनी वेबसाइट पर डाला जो गोपनीय नहीं हैं. साथ ही उसने यह खुलासा भी किया कि अमेरिकी एसी-130 हथियारबंद लड़ाकू विमान पाकिस्तान की सीमा में दो मील तक भीतर गया था.
सीमा पर हुई इस घटना के बारे में अमेरिका और पाकिस्तान दोनों के घटनाक्रम अलग-अलग हैं. वह दोनों एक ही बात पर राजी नहीं हैं.
पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों के बारे में बात करते हुए बासित ने कहा कि हाल के सालों में वाशिंगटन के साथ पाकिस्तान के संबंधों ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद अमेरिका के साथ पारस्परिक सम्मान पर आधारित संबंध चाहता है.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास विदेश नीति के दो पहलू हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि इस्लामाबाद चीन के साथ अपने संबंध को बहुत महत्व देता है और उसे इसपर गर्व है.
विदेश नीतियों के बारे में बात करते हुए बासित ने कहा कि पाकिस्तान रूस के साथ भी अपने संबंधों को सुधारने की कोशिश कर रहा है और ईरान तथा तुर्की के साथ संबंध बेहतर हैं.
प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान ने मुस्लिम देशों के साथ अपने संबंधों को भी बहुत महत्व दिया है. पाकिस्तान अफ्रीकी देशों के साथ अपने संबंधों को बढ़ावा देने पर भी काम कर रहा है.
अफगानिस्तान के मुद्दे पर बासित ने कहा कि हजारों पाकिस्तानी देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.