केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि अमीर लोगों को अधिक कर देने के लिए तैयार रहना चाहिए भले ही कई लोगों को यह बात पसंद क्यों न आये.
चिदंबरम ने ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन के कार्यक्रम में कहा कि हमें कर राजस्व बढ़ाने की जरूरत है. हो सकता है कि कई लोगों को यह बात पसंद न आये लेकिन ऐसा होना चाहिए.
गृह मंत्री ने कहा कि वित्त मंत्री के रूप में कर दरों में ‘मैंने कटौती की इसलिए अब मैं कहना चाहूंगा कि आपको अधिक कर देने के लिए तैयार रहना चाहिए विशेषकर अमीर लोगों को ज्यादा कर भुगतान के लिए खुद को तैयार करना चाहिए.’
उन्होंने कहा कि यूरोप में आज आंदोलन चल रहा है, जिसमें अमीर लोग यह कहने के लिए एकजुट हुए हैं कि उन पर अधिक कर लगाया जाए. उन्होंने कहा, ‘निश्चित रूप से यह वह जगह नहीं है और न ही मैं वह व्यक्ति हूं, जो कहे कि कौन से कर बढ़ने चाहिए. लेकिन हमें इस बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए कि देश का कर राजस्व कैसे बढ़े.’
चिदंबरम ने कहा कि चिन्ताजनक बात यह है कि कर राजस्व, गैर कर राजस्व, गैर ऋण पूंजी राजस्व और उधारी के जीडीपी प्रतिशत के रूप में 14 प्रतिशत से गिरकर 2011-12 में 13.11 प्रतिशत रहने की संभावना है.