सिटीबैंक की गुड़गांव शाखा में 400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. बैंक के एक कर्मचारी ने बैंक के 20 बड़ी हैसियत वाले (एचएनआई) ग्राहकों का करीब 400 करोड़ रुपये इधर-उधर कर दिया है.
सिटीबैंक ने इस धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज करा दी है और साथ ही आंतरिक स्तर पर इसकी जांच शुरू कर दी है.
सिटीबैंक के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘हमने हाल में कुछ संदिग्ध लेनदेन की जांच शुरू की है. हमारी गुड़गांव शाखा के एक कर्मचारी द्वारा कुछ जाली दस्तावेज तैयार करने का मामला सामने आया है.’ सूत्रों के अनुसार, शिवराज पुरी नाम का एक कर्मचारी बड़े ग्राहकों से आकषर्क योजनाओं के नाम पर जमा लेता था. हालांकि, वह इस राशि को कुछ दूसरे खातों में स्थानांतरित कर देता था. बताया जाता है कि बैंक के 20 ग्राहकों की करीब 400 करोड़ रुपये की राशि को ‘फर्जी’ खातों में स्थानांतरित किया गया.
यह कर्मचारी ग्राहकों को निवेश उत्पादों पर भारी रिटर्न दिलाने का दावा करता था. आरोप है कि इस कर्मचारी ने ग्राहकों से पैसा जुटाने के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड की एक जाली अधिसूचना भी दिखाई थी. कर्मचारी यह भी दावा करता था कि इन उत्पादों को बैंक की निवेश उत्पाद समिति से मंजूरी मिली हुई है.
प्रवक्ता ने कहा कि हमने इस मामले की जानकारी सभी नियमन एवं प्रवर्तन एजेंसियों को दे दी है और हम जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं.