रूस में संसदीय चुनाव के लिए हुए मतदान के शुरुआती चुनाव परिणामों में प्रधानमंत्री ब्लादिमीर पुतिन की पार्टी यूनाइटेड रूस पार्टी के खराब प्रदर्शन से लगता है कि भले ही वह चुनाव जीत जाएं लेकिन उन्हें तीन चौथाई बहुमत नहीं मिलेगा.
मार्च में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के चलते इस चुनाव को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. केंद्रीय निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष ब्लादिमीर चुरोव ने घोषणा की कि 17 फीसदी मतों की गिनती के बाद यूनाइटेड रूस को अभी तक 45.83 फीसदी मत मिले हैं.
450 सदस्यीय ड्यूमा में वर्तमान में इसके 315 सदस्य हैं और यह पूर्ण बहुमत में है. यूनाइटेड रूस के बाद कम्युनिस्ट पार्टी :केपीआरएफ: दूसरे स्थान पर है जिसे 20.73 फीसदी वोट मिले हैं.
चेयर ऑफ सुप्रीम काउंसिल आफ यूनाइटेड रूस, निवर्तमान स्पीकर बोरिस ग्रायजलोव ने पार्टी मुख्यालय में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए जीत का दावा किया और विपक्षी दलों पर मतदाताओं को ‘धमकाने’ का आरोप लगाया जिससे कम मत पड़े. उन्होंने अपनी पार्टी के लिये अच्छा परिणाम बताया.
रूस में एक लाख मतदान केंद्रों पर रूसी समय के अनुसार आज सुबह आठ बजे से शाम आठ बजे तक मतदान चला. अब तक 17 फीसदी मतों की गिनती हो चुकी है. चुनाव में 11 करोड़ रूसियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
भारत में रह रहे रूसियों ने भी मतदान किया. इसके लिए गोवा में मतदान केंद्र बनाया गया. गोवा में इस समय 10 हजार से अधिक रूसी नागरिक रह रहे हैं या छुट्टियां मना रहे हैं. इसके अतिरिक्त नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास, मुम्बई, चेन्नई और कोलकाता स्थित वाणिज्य दूतावासों में भी मतदान केंद्र बनाए गए.