बादल परिवार में चल रहे राजनीतिक घमासान ने मंगलवार को नया मोड़ लिया. अकाली दल की मंगलवार को हुई अनुशासनात्मक कमेटी की सिफारिश पर पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने राज्य सरकार में वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल को पार्टी से निलंबित कर दिया है.
हालांकि कमेटी ने मनप्रीत बादल को अपना पक्ष रखने के लिए 20 अक्टूबर को पेश होने को कहा है. निलंबन के अलावा मनप्रीत को आगे से किसी किस्म का बयान देने से मना किया गया है.
कमेटी ने कहा कि वह ऐसा नहीं करते तो माना जाएगा कि उन्हें पार्टी के अनुशासन की कोई परवाह नहीं है. अनुशासनात्मक कमेटी की सोमवार तीन घंटे तक चली मीटिंग के बाद किसी फैसले के लिए इसे दो दिन के लिए टाल दिया गया था. ऐसा करके मनप्रीत को चुप रहने का मौखिक संदेश दिया गया था.
उन्होंने पार्टी विरोधी बयानबाजी जारी रखी. वह कर्ज माफी के मुद्दे पर भाजपा नेताओं से भी मिले. इसके बाद पार्टी ने बुधवार को होने वाली बैठक एक दिन पहले मंगलवार को ही बुला ली. कमेटी इस नतीजे पर पहुंची है कि मनप्रीत के पार्टी विरोधी बयान पार्टी की इमेज को नुकसान पहुंचा रहे हैं.