देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपनी कर्ज और मियादी जमा पर बयाज दरों में वृद्धि की घोषणा की है. कर्ज पर ब्याज दर में चौथाई प्रतिशत तक वृद्धि की गई है जबकि विभिन्न अवधि की मियादी जमा पर एक प्रतिशत तक वृद्धि की गई है. नई दरें 11 जुलाई से प्रभावी होंगी.
बैंक ने अपनी आधार दर 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 9.50 प्रतिशत कर दी है, इससे बैंक के आवास, वाहन एवं अन्य ऋण महंगे हो जाएंगे. वहीं, निवेशकों को उनकी जमा पर बेहतर रिटर्न देने की भी व्यवस्था की है. बैंक में सात से लेकर 90 दिन तक की जमा पर अब ग्राहकों को सात प्रतिशत ब्याज दिया जायेगा जबकि पहले इस श्रेणी में न्यूनतम 6.25 और अधिकतम 7.00 प्रतिशत तक ब्याज देय था.
बैंक ने बेंचमार्क प्रधान उधारी दर (बीपीएलआर) भी चौथाई प्रतिशत बढ़ाकर 14.25 प्रतिशत कर दी है. पिछले महीने आरबीआई की मौद्रिक नीति की घोषणा के बाद केनरा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और बैंक आफ बड़ौदा समेत कई प्रमुख बैंक पहले ही अपनी उधारी दरें बढ़ा चुके हैं.
एसबीआई द्वारा जारी बयान के मुताबिक, 90 दिनों तक की जमा पर 7 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा जो पहले 6.25 प्रतिशत था. वहीं बैंक ने एक साल से लेकर दो साल तक, और दो साल से लेकर तीन तथा तीन से लेकर पांच और पांच से लेकर दस साल तक की अवधि वाली मियादी जमा पर सभी श्रेणियों में ब्याज दर बढाकर 9.25 प्रतिशत कर दी है. इससे पहले केवल 555 दिन और 1000 दिन की मियादी जमा पर ही 9.25 प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा था.
बैंक ने 90 दिनों तक की जमाओं की परिपक्वता अवधि पूरी होने से पहले निकासी पर जुर्माना खत्म करने का भी निर्णय किया है. अन्य जमाओं के लिए समय पूर्व निकासी पर जुर्माना एक प्रतिशत से घटाकर आधा प्रतिशत कर दिया गया है. मियादी जमा की सभी नई दरें एक करोड़ रुपये से कम राशि की घरेलू मियादी जमा के लिये हैं.