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एसडीएम ने माया के लिए किया जातिसूचक शब्‍द का प्रयोग

नेताओं की जुबान फिसलने की खबर आपने कई बार सुनी होगी लेकिन यूपी के शाहजहांपुर में एक सरकारी अधिकारी की जुबान फिसल गई. जुबान क्या फिसली, हड़कंप मच गया. क्योंकि उनकी जुबान से निकले शब्द मुख्यमंत्री मायावती के लिए थे.

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नेताओं की जुबान फिसलने की खबर आपने कई बार सुनी होगी लेकिन यूपी के शाहजहांपुर में एक सरकारी अधिकारी की जुबान फिसल गई. जुबान क्या फिसली, हड़कंप मच गया. क्योंकि उनकी जुबान से निकले शब्द मुख्यमंत्री मायावती के लिए थे.

यूपी में लखीमपुर खीरी के एसडीएम अमृत लाल साहू एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनकर पहुंचे शाहजहांपुर तो अंदाज ही बदल गया. मंच पर बोलने आए तो जुबान पर काबू ही नहीं रहा और वो बोल दिया जिसकी ना कानून ही इजाजत देता है, और ना ही समाज. एसडीएम साहब ने जोश में आकर सूबे की सीएम मायावती को जातिसूचक शब्दों से संबोधित कर दिया.

मौका था शाहजहांपुर के गांधी भवन में शाहू समाज के होली मिलन समारोह का. लोगों को समझाते-समझाते एसडीएम साहब इतना जोश में आ गए कि सारी मर्यादा भूल गए. ये भी भूल गए कि जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करने पर कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है.

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हालांकि एसडीएम साहब ने इस बयानबाजी के लिए लोगों से माफी तो मांग ली लेकिन उनकी असल मुश्किल तो तभी खत्म हो पाएगी, जब सूबे की मुखिया मायावती से भी उन्हें माफी मिल जाएगी.

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