सवाई माधोपुर जिले के मानटाउन थाना क्षेत्र में दाखा देवी के हत्यारों की तय समय सीमा में गिरफ्तारी नहीं होने पर एक युवक को स्वयं को आग लगाकर पानी की टंकी से कूद कर जान दे दी.
आक्रोशित लोगों ने पुलिस बल पर पथराव करने के बाद दो पुलिस जीपों को आग लगा दी. जिससे जीप में सवार मानटाउन थानाधिकारी की जल कर मौत हो गयी.
थानाधिकारी को जिंदा जलाये जाने की घटना के बाद आक्रोशित लोगों को तितर.बितर करने के लिए सरवाल गांव में पुलिस को गोली चलानी पड़ी जिससे एक व्यक्ति घायल हो गया.
सवाई माधोपुर में धारा 144 लागू कर अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है. स्थिति नियंत्रण में है.
पुलिस और आक्रोशित लोगों के बीच हुए लाठीभाटा जंग में पांच पुलिसकर्मी समेत बीस लोग घायल हो गये. पुलिस फायरिंग में घायल सिराज को जयपुर लाया जा रहा है.
दिल्ली का दौरा बीच में छोड़कर जयपुर लौट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देर रात घटना की समीक्षा करने के बाद इस मामले की जांच भरतपुर संभागीय आयुक्त को सौंपने सवाई माधोपुर के उप पुलिस अधीक्षक को
निलंबित करने और मृतक थानाधिकारी को शहीद का दर्जा देकर शहीद पैकेज देने की घोषणा की है.
पुलिस और अधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नवदीप सिंह कानून एवं व्यवस्था के अनुसार दाखा देवी की हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी तय समय बी जाने के बावजूद नहीं होने पर
पानी की टंकी पर चढ़े राजेश और बनवारी लाल मीणा में से राजेश ने स्वयं पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने के बाद टंकी से कूद गया. राजेश ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
उन्होंने बताया कि इस घटना से गुस्सायें लोगों ने पुलिस पर पथराव किया और दो पुलिस वाहनों को आग लगा दी.{mospagebreak}
एक पुलिस जीप में सवार मानटाउन थानाधिकारी फूल मोहम्मद की जिंदा जल कर मौत हो गई. पुलिस ने उत्तेजित लोगों को तितर.बितर करने के लिये लाठीचार्ज किया जबकि आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर पथराव
किया. उन्होंने बताया कि घटनास्थल से करीब आठ किलोमीटर दूर पुलिस के आत्मरक्षा में चलायी गई गोली से सिराज गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल को जयपुर भेजा गया है.
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार दिल्ली गये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को घटना की जानकारी मिलते ही दिल्ली दौरा बीच में छोड़कर जयपुर आकर उच्च स्तरीय बैठक में स्थिति की समीक्षा की. गहलोत ने मृत
थानाधिकारी फूल मोहम्मद को शहीद का दर्जा देते हुए मृतक के परिजन को पच्चीस लाख रुपये, एक एमआईजी मकान, शहीद के नाम एक स्कूल का नामकरण, आश्रित को सरकारी नौकरी, बच्चों को मुफ्त शिक्षा और
शहीद का राजकीय सम्मान से अंत्येष्टि करने का फैसला किया.
सूत्रों के अनुसार बैठक में पुलिस गोली से घायल सिराज को भी एक लाख रूपये नकद और मुफ्त में उपचार करवाने का फैसला लिया गया.