विदेश मंत्री एस एम कृष्णा द्वारा संयुक्त राष्ट्र में पुर्तगाल के विदेश मंत्री का भाषण पढ़ने की भूल होने पर उनके मंत्रालय ने सफाई दी कि सभी औपचारिक संबोधनों के शुरूआती हिस्सों में मिलते जुलते संदर्भ रहते हैं और उन्होंने अपने तैयार किए हुए भाषण से मौलिक टिप्पणियां की थीं.
आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि सभी औपचारिक संबोधनों के शुरूआती हिस्सों में अभिवादन और सद्भावना संबंधी संदर्भ होते हैं. शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मंत्री ने पूर्ववर्ती वक्ता के संबोधन के ऐसे ही कुछ अंश का इस्तेमाल किया लेकिन फिर उन्होंने अपने द्वारा तैयार भाषण की मौलिक टिप्पणियों का उपयोग शुरू कर दिया.
बयान में कहा गया है कि मंत्री ने अच्छी तरह तैयार किया हुआ बयान पढ़ा जिसमें उन्होंने विकास, शांति और सुरक्षा की चुनौतियों से निपटने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में भारतीय सफलता की प्रासंगिकता बताई. गौरतलब है कि कृष्णा ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान भूलवश पुर्तगाल के विदेश मंत्री का बयान पढ़ना शुरू कर दिया.
सुरक्षा और विकास पर आयोजित बहस में भारतीय विदेश मंत्री कृष्णा करीब तीन मिनट तक पुर्तगाल के विदेश मंत्री का बयान पढ़ते रहे लेकिन संयुक्त राष्ट्र में भारत के दूत हरदीप सिंह पुरी ने उनका ध्यान इस तरफ दिलाया जिसके बाद उन्होंने अपनी गलती सुधार ली.
पुर्तगाल के विदेश मंत्री भारत के विदेश मंत्री के बोलने के पहले अपनी बात रख चुके थे. सुरक्षा परिषद में सुधार को लेकर भारत के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए कृष्णा दो दिवसीय यात्रा पर वहां गए हैं.