समाजवादी पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी का कांग्रेस से कोई गुप्त समझौता नहीं है बल्कि वह भारतीय जनता पार्टी जैसे ‘साम्प्रदायिक’ दल को रोकने के लिये केन्द्र में कांग्रेसनीत सरकार का समर्थन कर रही है.
अपनी समाजवादी क्रांति रथयात्रा के दौरान बदायूं पहुंचे यादव ने संवाददाताओं से कहा कि मेरी पार्टी का कांग्रेस से कोई ढका-छुपा समझौता नहीं है.
उन्होंने दावा किया कि भाजपा जैसी साम्प्रदायिक पार्टी को रोकने के लिये ही सपा केन्द्र की कांग्रेसनीत सरकार को समर्थन दे रही है. यादव ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा के भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किये जाने के बाद इस दल को यह बताना चाहिये कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ है या फिर उसमें शामिल है.
गांधीवादी अन्ना हजारे के प्रस्तावित ‘मिशन यूपी’ के बारे में उन्होंने कहा कि हजारे का स्वागत है लेकिन मुझे यकीन है कि प्रदेश की मायावती सरकार उन्हें यहां भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई आंदोलन नहीं करने देगी, क्योंकि वह ऐसी मुहिम को कुचल डालती है.
उन्होंने कहा कि अगर हजारे का जनलोकपाल विधेयक पारित हो जाता है तो इससे लोकतंत्र को नुकसान होगा. हालांकि, उन्होंने इस बारे में विस्तार से कुछ भी बताने से इनकार कर दिया.