सचिन तेंदुलकर ने महाशतक बनाया है लेकिन भारत मैच हार गया. यकीनन किसी भी क्रिकेटर के लिए इससे बुरा और क्या हो सकता है कि उसका शतक जीत के काम ना आए. खासकर तब जब आलोचक आपके पीछे पड़े हों.
सचिन ने 114 रन 147 गेंदों पर बनाए. आलोचक कहते हैं कि सचिन अगर तेज खेलते तो भारत का स्कोर 300 पार होता और मैच मुट्ठी में होता. लेकिन, सचिन इस राय से इत्तफाक नहीं रखते. सचिन ने इस पर कहा, 'मुझे लगता है कि ये अच्छा स्कोर था. किसी भी विकेट पर 290 रन कम नहीं होते. कभी-कभी आपको विपक्षी टीम को श्रेय देना चाहिए.
उन्होंने बढ़िया खेल दिखाया. उन्होंने बढ़िया चेज किया. गेंदबाजों ने अपनी तरफ से कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुए. जब ऑस्ट्रेलिया 434 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका से हार सकता है तो किसे दोषी ठहराएंगे.' सचिन हार के लिए गेंदबाजों को भी दोषी ठहराना नहीं चाहते.
उन्होंने कहा, यकीनन मीरपुर के मुकाबले को एक खराब मैच की तरफ भुला देना ही बेहतर है क्योंकि पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा मुकाबला अभी बाकी है और चिंता की गठरी लेकर इस बड़े मुकाबले में उतरना टीम के लिए आत्मघाती साबित होगा.
भारत का अगला मैच अब पाकिस्तान के साथ है. सचिन के लिए ये लिए ये अगले इम्तिहान की तरह है क्योंकि एशिया कप फाइनल में पहुंचने के लिए भारत के लिए ये मैच जीतना जरूरी है. सुनिये सचिन इस मैच के बारे में क्या कहते हैं.
पाकिस्तान के खिलाफ खेलना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है. 1989 में पहले दौरे से अब तक पाकिस्तान का सामना चुनौतीपूर्ण रहा है. इसने यकीनन मुझे बेहतर खिलाड़ी बनाया है. ये प्रक्रिया अभी जारी है. आप हमेशा सीखते रहते हैं. आप गलतियां करते रहते हैं. लेकिन आप आगे इसे दोहराना नहीं चाहते.