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कोलंबो टेस्‍ट: सचिन और रैना का कमाल, भारत का रिकार्ड स्कोर

सचिन तेंदुलकर के पांचवें दोहरे शतक और सुरेश रैना के पदार्पण टेस्ट मैच में ही शतकीय पारी के चमत्कारिक प्रदर्शन से भारत ने गुरुवार को श्रीलंका के विशाल स्कोर को बौना साबित करके दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच को नीरस ड्रा की तरफ बढ़ा दिया.

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सचिन तेंदुलकर के पांचवें दोहरे शतक और सुरेश रैना के पदार्पण टेस्ट मैच में ही शतकीय पारी के चमत्कारिक प्रदर्शन से भारत ने गुरुवार को श्रीलंका के विशाल स्कोर को बौना साबित करके दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच को नीरस ड्रा की तरफ बढ़ा दिया.

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तेंदुलकर ने 203 रन बनाये जो श्रीलंका के खिलाफ उनका सर्वोच्च स्कोर भी है. उन्होंने रैना (120) के साथ पांचवें विकेट के लिये 256 रन की साझेदारी की. इन दोनों के अलावा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (76) और अभिमन्यु मिथुन (41) ने भी सिंहलीज स्पोर्ट्स क्लब ग्राउंड की बेजान पिच पर बल्लेबाजी का पूरा लुत्फ उठाया जिससे भारत ने चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक नौ विकेट पर 669 रन बनाये.

श्रीलंका ने अपनी पहली पारी चार विकेट पर 642 रन पर समाप्त घोषित की थी और इस तरह से भारत को अब 27 रन की बढ़त हासिल हो गयी है. भारत का यह टेस्ट मैचों में पांचवां और श्रीलंकाई सरजमीं पर सबसे बड़ा स्कोर है. भारतीय पारी का आकषर्ण तेंदुलकर और रैना की पारियां रही. तेंदुलकर ने 19वीं बार डेढ़ सौ से अधिक रन की पारी खेली. उन्होंने चाय के विश्राम के तुरंत बाद तिलकरत्ने दिलशान की गेंद पर विकेटकीपर प्रसन्ना जयवर्धने को कैच थमाने से पहले 347 गेंद खेली तथा 23 चौके और एक छक्का लगाया.{mospagebreak}

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दूसरी तरफ रैना ने अपनी आकषर्क पारी में 228 गेंद खेली तथा 12 चौके और दो छक्के लगाये. अजंता मेंडिस की गेंद पर कवर क्षेत्र में चौका जड़ने के बाद रैना इसी गेंदबाज पर ड्राइव करने के प्रयास में मिडविकेट पर कुमार संगकारा को आसान कैच देकर पवेलियन लौटे. भारत ने सुबह चार विकेट पर 382 रन से आगे खेलना शुरू किया. तेंदुलकर ने 108 रन से अपनी पारी आगे बढ़ायी तथा करारे और कलात्मक शाट का अच्छा नजारा पेश किया. उन्होंने धम्मिका प्रसाद और दिलहारा फर्नांडो को विशेष निशाना बनाया.

फर्नांडो की 147 किमी की रफ्तार से की गयी गेंद पर उनका फाइन लेग की तरफ लगाया गया शाट बेहद आकषर्क था. रैना भी गेंदबाजों पर हावी होने में पीछे नहीं रहे. शार्ट पिच गेंदें रैना की कमजोरी मानी जाती रही हैं और फर्नांडो ने लगातार उठती गेंदों से उनकी परीक्षा ली. रैना ने कई शार्ट पिच गेंद खूबसूरती से छोड़ी जबकि इसी तरह की गेंद पर एक्स्ट्रा कवर और मिडआफ के बीच से जानदार चौका भी जमाया.

उन्होंने अपना पहला मैच खेल रहे सूरज रणदीव पर लांग आफ क्षेत्र में दिन का पहला छक्का लगाया और फिर इसी गेंदबाज की गेंद मिडविकेट पर छह रन के लिये भेजी. उन्होंने प्रसाद की गेंद खूबसूरत आफ ड्राइव से सीमा रेखा पार भेजकर अपना शतक पूरा किया. वह अपने पहले टेस्ट मैच में ही सैकड़ा जड़ने वाले भारत के 12वें बल्लेबाज बने. रैना ने यदि अपने पहले टेस्ट मैच में शतक जमाया तो रणदीव ने पदार्पण टेस्ट में ही 200 से अधिक रन देने का अनूठा रिकार्ड बनाया. {mospagebreak}

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श्रीलंकाई आफ स्पिनर ने 64 ओवर में 212 रन देकर दो विकेट लिये. उनके अलावा मेंडिस और फर्नांडो ने भी 100 से अधिक रन दिये. धोनी को क्रीज पर पांव जमाने में अधिक देर नहीं लगी और उन्होंने रणदीव पर लगातार दो चौके लगाने के बाद मेंडिस की गेंद पर मिड आफ क्षेत्र में चौका जमाया और फिर प्रसाद की दो गेंद को सीमा रेखा के दर्शन कराये. तेंदुलकर ने धोनी के साथ छठे विकेट के लिये 95 रन की साझेदारी की.

इस स्टार बल्लेबाज ने चाय के विश्राम से ठीक पहले मेंडिस की गेंद पर दो रन लेकर अपना दोहरा शतक पूरा किया लेकिन तीसरे सत्र के शुरू में ही वह विकेटकीपर को आसान कैच देकर पवेलियन लौटे. दिलशान ने अपने इसी ओवर में नये बल्लेबाज हरभजन सिंह को भी आउट किया जो अपना खाता हीं खोल पाये. धोनी को भी दिलशान ने ही आउट किया जो तब आसानी से रन बटोरकर शतक की तरफ बढ़ रहे थे.

धोनी ने उनकी उछाल लेती गेंद पर पर ड्राइव करने में जल्दबाजी दिखायी लेकिन वापस गेंदबाज को आसान कैच दे बैठे. उनकी 138 गेंद की पारी में सात चौके शामिल हैं. मिथुन और इशांत ने पिछले मैच में भी अपने बल्लेबाजी कौशल का नजारा पेश किया था और गुरुवार को भी उन्होंने गेंदबाजों को खास परेशान किया. मिथुन ने मेंडिस की गेंद पर बोल्ड होने से पहले अपने कैरियर का सर्वोच्च स्कोर बनाया जबकि इशांत ने अब तक 40 गेंद का सामना करके दस रन बनाये हैं. उनके साथ दूसरे छोर पर खड़े प्रज्ञान ओझा को अभी खाता खोलना है.

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