सचिन तेंदुलकर बुधवार को ने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोहरा शतक जमाने वाला पहला बल्लेबाज बनकर नया इतिहास रचा जिसके दम पर भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में 153 रन की रिकार्ड जीत के साथ तीन मैच की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल की. सचिन को उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया. साथ ही उन्हें मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ और ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट संघ (जीडीसीए) चांदी का एक बल्ला देकर सम्मानित किया गया. जीडीसीए ने इसके अलावा उन्हें दस लाख रुपये का पुरस्कार भी दिया तथा मैदान के एक पवेलियन का नाम तेंदुलकर के नाम पर रखने की घोषणा की.
तेंदुलकर ने कैप्टेन रूपसिंह स्टेडियम में अपने स्ट्रोकों का शानदार नमूना पेश करते हुए करोड़ों दिलों को बाग बाग करने वाली नाबाद 200 रन की पारी खेली. इसके लिये उन्होंने 147 गेंद का सामना किया तथा 25 चौके और तीन छक्के लगाये. मास्टर ब्लास्टर की इस रिकार्डतोड़ पारी से भारत ने तीन विकेट पर 401 रन बनाये जो उसका चौथा और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सबसे बड़ा स्कोर है. तेंदुलकर के अलावा दिनेश कार्तिक (79), कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 68) और यूसुफ पठान (36) ने भी उपयोगी योगदान दिया.
विशाल लक्ष्य के सामने दक्षिण अफ्रीकी शीर्ष क्रम ताश के पत्तों की तरह बिखर गया लेकिन एबी डिविलियर्स ने एक छोर संभाले रखा. दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने नाबाद 114 रन बनाये जिससे दक्षिण अफ्रीका 42.5 ओवर में 248 रन बनाकर केवल भारत की जीत की अंतर ही कम कर पाया. भारत की तरफ से एस श्रीसंत ने तीन जबकि आशीष नेहरा और यूसुफ पठान ने दो-दो विकेट लिये. भारत ने दक्षिण अफ्रीका पर रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत के पिछले रिकार्ड की बराबरी की. इससे पहले उसने 2003 में ढाका में भी अपने इस प्रतिद्वंद्वी को 153 रन से हराया था.
सचिन तेंदुलकर ने बुधवार को एकदिवसीय क्रिकेट में दोहरा शतक जमाने वाला पहला बल्लेबाज बनकर नया इतिहास रचा जिसके दम पर भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में तीन विकेट पर 401 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया. {mospagebreak}
तेंदुलकर ने कैप्टेन रूपसिंह स्टेडियम में अपने स्ट्रोकों का शानदार नमूना पेश करते हुए करोड़ों दिलों को बाग बाग करने वाली नाबाद 200 रन की पारी खेली. इसके लिये उन्होंने 147 गेंद का सामना किया तथा 25 चौके और तीन छक्के लगाये. यह तेंदुलकर का न सिर्फ 46वां वन डे शतक है बल्कि एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वोच्च व्यक्तिगत पारी भी है.
उन्होंने पाकिस्तान के सईद अनवर और जिम्बाब्वे के चार्ल्स कावेंट्री (दोनों 194) के रिकार्ड को तोड़ा. तेंदुलकर शुरू से ही दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों पर हावी हो गये और उन्होंने छोटी बाउंड्री का पूरा फायदा उठाकर दनादन रन बटोरे. इस मास्टर ब्लास्टर के साथ दक्षिण अफ्रीका के चार्ल लांगवेल्ट भी इतिहास की किताब में नाम दर्ज करा गये क्योंकि इसी तेज गेंदबाज पर एक रन लेकर उन्होंने 200 रन के जादुई अंक को छुआ.
भारत के विशाल स्कोर में तेंदुलकर के अलावा दिनेश कार्तिक (79), कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 68) और यूसुफ पठान (36) ने भी उपयोगी योगदान दिया. दक्षिण अफ्रीका को अब जीत के लिये आठ रन प्रति ओवर से भी अधिक की दर से रन बनाने होंगे. तेंदुलकर का इससे पहले सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 186 रन था जो उन्होंने 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ हैदराबाद में बनाया था.
तेंदुलकर ने अपनी यादगार पारी के दौरान दिनेश कार्तिक के साथ दूसरे विकेट के लिये 194 रन की साझेदारी की जिन्होंने अपने कैरियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली. उन्होंने अपनी पारी में 85 गेंद खेली तथा चार चौके और तीन छक्के लगाये. इन दोनों की साझेदारी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की तरफ से नया रिकार्ड है.
इससे पहले तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ ने 2000 में नागपुर में 181 रन की साझेदारी की थी. तेंदुलकर ने पठान और कप्तान धोनी के साथ भी बड़ी साझेदारियां करके दक्षिण अफ्रीकी आक्रमण की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने पठान के साथ तीसरे विकेट के लिये 81 रन की साझेदारी की.
पठान के रीलोफ वान डर मर्व की गेंद पर आउट होने से यह साझेदारी टूटी. पठान ने अपने चिर परिचित अंदाज में तूफानी पारी खेली और विशेषकर वायने पार्नेल की खबर ली तथा उनके एक ओवर में दो छक्के और एक चौका लगाया. तेज गेंदबाज डेल स्टेन की भी नहीं चली और उनके प्रत्येक स्पैल में खूब रन बने. पारी में 37वें ओवर में पठान और तेंदुलकर ने मिलकर चार बार उनकी गेंद सीमा रेखा पार भेजी. इसके बाद धोनी भी गेंदबाजों का कचूमर निकालने में पीछे नहीं रहे और उन्होंने तेंदुलकर के साथ 101 रन की अटूट साझेदारी की.
टीम इस प्रकार है:
भारत: वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, दिनेश कार्तिक, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी, सुरेश रैना, यूसूफ पठान, रविंद्र जडेजा, प्रवीण कुमार, आशीष नेहरा और श्रीसंत
दक्षिण अफ्रीका: हाशिम अमला, हर्शेल गिब्स, जैक्स कैलिस, एबी डिविलियर्स, जेपी डुमिनी, ए पीटरसन, मार्क बाउचर, आर वेन डेर मर्व, वेन परनेल, स्टेन, लैंगेवेल्ट