scorecardresearch
 

नीतीश सही, सेक्यूलर PM होना चाहिएः खुर्शीद

केन्द्रीय कानून एवं अल्पसंख्यक कार्य मंत्री सलमान खुर्शीद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस बयान से पूरी तरह सहमति जताई है कि देश का प्रधानमंत्री धर्मनिरपेक्ष छवि का होना चाहिए.

Advertisement
X
सलमान खुर्शीद
सलमान खुर्शीद

केन्द्रीय कानून एवं अल्पसंख्यक कार्य मंत्री सलमान खुर्शीद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस बयान से पूरी तरह सहमति जताई है कि देश का प्रधानमंत्री धर्मनिरपेक्ष छवि का होना चाहिए.

Advertisement

राज्यों के वक्फ बोर्ड के अध्यक्षों एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारियों के आयोजित सम्मेलन की अध्यक्षता करने आए खुर्शीद ने संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत में कहा, ‘मैं किसी राजनीतिक पार्टी के अन्दरूनी मामलों पर टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन देश के सर्वोच्च पद पर आसीन व्यक्ति को हर देशवासी को साथ लेकर चलने का ‘माद्दा’, ‘कशिश’ और ‘हिम्मत’ होना चाहिए.’

उनसे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राजग में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर उठाए गए मुद्दों को लेकर सवाल पूछा गया था.

उनसे जब गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी और गुजरात के विकास को लेकर पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वहां अधिकांश लोगों को न्याय नहीं मिलने से उन्हें काफी असंतोष है. यहां तक कि खुद भाजपा के लोगों ने भी उनसे इस बारे में शिकायतें की हैं.

इस प्रश्न पर कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड अध्यक्ष गुफरान आजम द्वारा प्रांतीय नेतृत्व की आलोचना से खफा पार्टी के कई नेताओं ने क्या उनसे इस सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेने का आग्रह किया था, खुर्शीद ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. जहां तक आजम का सवाल है, तो वह काफी वरिष्ठ नेता हैं, क्योंकि ‘जब कांग्रेस में हम रेंगते थे, तब ये सरपट दौड़ते थे.’

Advertisement

वह (आजम) दिल की गहराइयों से कांग्रेस के व्यक्ति हैं. उल्लेखनीय है कि आजम एक लंबे समय से प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यप्रणाली और नेतृत्व की आलोचना करते रहे हैं और हाल ही उन्होने कहा था कि पार्टी में अब सभी ‘गूंगे-बहरे’ हैं. उन्होंने कहा था कि इसलिए उन्होने पार्टी में सुधार को लेकर सभी प्रकार के सुझाव देने बंद कर दिए हैं और प्रदेश मुख्यालय आना-जाना भी बंद कर दिया है.

उनके इस बयान से खफा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी से आजम को बर्खास्त करने की मांग की है. पार्टी नेताओं ने यह दावा भी किया था कि उन्होंने आजम द्वारा आयोजित वक्फ बोर्ड के राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल नहीं होने के लिए खुर्शीद से आग्रह किया है. उनका आरोप है कि आजम पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलग्न हैं और उन्होंने प्रदेश भाजपा नेतृत्व से हाथ मिला लिया है.

संभवत: यही कारण था कि जब खुर्शीद यहां आए, तो कोई भी कांग्रेस नेता अथवा कार्यकर्ता उनकी अगवानी एवं स्वागत के लिए विमानतल नहीं पहुंचा और सम्मेलन में भी पार्टी का कोई नेता मौजूद नहीं था. जबकि विमानतल पर मध्यप्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अजय विश्नोई एवं आजम उनके स्वागत के लिए उपस्थित थे तथा कार्यक्रम के बाद वह विश्नोई के निवास पर भी पहुंचे. वहां प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद प्रभात झा एवं अन्य नेताओं ने उनसे मुलाकात की.

Advertisement
Advertisement