scorecardresearch
 

जयपुर साहित्य महोत्सव में नहीं शामिल होंगे रश्दी

कुछ दिनों की अटकलों के बाद विवादास्पद लेखक सलमान रश्दी ने अंतत: सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए जयपुर साहित्य महोत्सव में शामिल होने के लिहाज से प्रस्तावित अपनी भारत यात्रा को रद्द कर दिया है.

Advertisement
X
सलमान रश्दी
सलमान रश्दी

Advertisement

कुछ दिनों की अटकलों के बाद विवादास्पद लेखक सलमान रश्दी ने अंतत: सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए जयपुर साहित्य महोत्सव में शामिल होने के लिहाज से प्रस्तावित अपनी भारत यात्रा को रद्द कर दिया है.

साहित्य महोत्सव के आयोजकों ने बुकर पुरस्कार विजेता लेखक का बयान पढ़ा, जिसके अनुसार, ‘कई दिन से मैंने स्थानीय अधिकारियों के अनुरोध पर यह उम्मीद करते हुए इस मुद्दे पर कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की थी कि वे मेरे आने और बोलने के लिए बंदोबस्त करेंगे.’

64 वर्षीय लेखक ने कहा कि लेकिन महाराष्ट्र और राजस्थान के खुफिया सूत्रों से मुझे जानकारी मिली है कि मुंबई अंडरवर्ल्ड के गुर्गे सुपारी लेकर मुझे मारने आ सकते हैं. मुझे इन खुफिया जानकारियों पर संदेह है लेकिन मेरा वहां आना और साथी लेखकों व अन्य लोगों की जान खतरे में डालना गैरजिम्मेदाराना होगा.

Advertisement

इस्लामी शिक्षण संस्थान दारूल उलूम देवबंद तथा अनेक मुस्लिम संगठनों ने रश्दी की प्रस्तावित भारत यात्रा का विरोध किया था. आयोजकों ने इस पूरे घटनाक्रम पर खेद जताया. शुक्रवार से शुरू हुए महोत्सव के निदेशक विलियम डेर्लिंपल ने कहा कि रश्दी का स्वागत गुलाब की पंखुड़ियों से होता लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है.

सलमान रश्दी के 1988 में प्रकाशित उपन्यास ‘द सेटेनिक वर्सेस’ में कथित ईशनिंदा वाली सामग्री को लेकर उन्हें दुनियाभर के मुस्लिमों की नाराजगी का सामना करना पड़ा. यह उपन्यास भारत में प्रतिबंधित है, जिस पर मुस्लिम समुदाय काफी नाराज हुआ था और यहां तक कि ईरान के नेता अयातुल्ला रुहुल्ला खुमेनी ने 14 फरवरी, 1989 को उनके खिलाफ फतवा जारी कर दिया.

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मुद्दे पर हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम से मुलाकात की थी और उन्हें बताया था कि उनके राज्य के लोग नहीं चाहते कि रश्दी आएं.

Advertisement
Advertisement