यूपी में समाजवादी पार्टी के एक और मंत्री पर मनमानी को शह देने का आरोप लगा है. इस बार घटना बाराबंकी जिले के एक गांव की है. गांव के कुछ लोग मनरेगा के खिलाफ थे और इस बात की शिकायत उन्होंने कृषि राज्य मंत्री राजा राजीव सिंह से कर दी. गांव वालों का कहना है कि मंत्रीजी के इशारे पर आरोपियों ने गांव के प्रधान के साथ मारपीट की और तोड़फोड़ मचाई.
बाराबंकी जिले के बराइन गांव के लोग यहां हुई मारपीट और तोड़फोड़ अब भी डरे हुए हैं. हमलावर के निशाने पर प्रधान का घर था. प्रधान का कसूर बस इतना था कि गांव के कुछ लोगों की मर्जी के खिलाफ मनरेगा के तहत सड़क का काम शुरू कराया था.
विरोधी लोगों ने मंत्रीजी से शिकायत की. फिर क्या था कृषि राज्य मंत्री राजा राजीव सिंह थाने में बैठ गए थे और दबंगों की टोली प्रधान को सबक सिखाने निकल पड़ी.
ग्राम प्रधान की पत्नी लक्ष्मी देवी ने बताया कि 'कुछ डेढ़-दो सौ आदमियों ने घर पर हमला किया. उन्होंने गाड़ी और मारुति ट्रैक्टर को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया. इसके बाद मुझसे गाली-गलोच की भी. मंत्रीजी थाने में बैठे थे. शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने कुछ कार्रवाई नहीं की.
गांव वालों का कहना है ये सबकुछ पुलिस की मौजूदगी में हो रहा था. प्रधान के घर और गाड़ियों के साथ-साथ गरीबों की झोपड़ियां भी इनके गुस्से का शिकार बनीं. मनरेगा से रोटी की उम्मीद में आशियाने पर भी आफत आ गयी. पीड़ित लोग अपनी फरियाद लेकर थाने पहुंचे शिकायत दर्ज कराने तो पुलिस ने उन्हीं लोगों को पकड़ लिया.
अगर ये आरोप सही है कि खुद मंत्री जी थाने में बैठकर तोड़फोड़ मचाने के लिए शह दे रहे थे तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के लिए बेहद चिंता की बात है.