भारत की सबसे सफल महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने गुरुवार को खुलासा किया कि शादी के बाद वह टेनिस छोड़ देगी. सानिया की 2009 जुलाई में अपने बचपन के दोस्त सोहराब मिर्जा से सगाई हुई थी, हालांकि उसने शादी की योजना के बारे में खुलासा नहीं किया, लेकिन कहा कि वह शादी के बंधन में बंधने के बाद खेल को अलविदा कह देगी.
सानिया ने कहा, ‘‘फिलहाल तो मेरी इच्छा है कि शादी के बाद मैं पेशेवर टेनिस नहीं खेलूंगी, लेकिन अभी इसमें थोड़ी देर है.’’ इस भारतीय टेनिस स्टार से सगाई से पहले सोहराब ने कहा था कि सानिया को अपने कैरियर के बारे में फैसले लेने की पूरी आजादी है. सोहराब ने जून में कहा था, ‘‘वह जो कुछ भी करना चाहती है, उसे मेरा पूरा सहयोग और समर्थन मिलेगा. यह उसका फैसला होगा कि वह कितने लंबे समय तक खेलना चाहती है.’’
यह पूछे जाने पर कि शादी के बाद टेनिस छोड़ने का फैसला पूरी तरह सानिया का होगा तो इस स्टार के पिता इमरान मिर्जा ने कहा, ‘‘अब तक यही उसका फैसला है. अगर वह बाद में शादी के बाद खेलना चाहती है, तो यह उसकी पंसद होगी.’’ वर्ष 2003 में पेशेवर बनने वाली सानिया तब से ही डब्ल्यूटीए में भारतीय टेनिस का चेहरा बनी हुई है. पिछले साल सानिया ने हमवतन महेश भूपति के साथ ऑस्ट्रेलियाई ओपन का मिश्रित युगल खिताब जीता था, जिसे वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली महिला ग्रैंड स्लैम विजेता बन गयी थी.
सानिया के 2010 सत्र की शुरुआत अच्छी नहीं रही क्योंकि वह ऑकलैंड टूर्नामेंट के दूसरे राउंड में बाहर हो गयी. इसके बाद होबार्ट में भी उसे पहले दौर में हार का मुंह देखना पड़ा, लेकिन यह हैदराबादी इससे परेशान नहीं है. सानिया ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि 7 साल पेशेवर टेनिस और एकल रैंकिंग में पांच साल शीर्ष 100 में शामिल रहने के बाद मैं अपने कैरियर के उस दौर में पहुंच गयी हूं, जहां मेरे प्रदर्शन को एक या कुछ टूर्नामेंटों के आधार पर नहीं आंका जा सकता.’’
उन्होंने कहा, ‘‘जीत और हार खेल का हिस्सा होती हैं. टेनिस जैसे वैश्विक खेल में 220 से ज्यादा देश गंभीरता से शिरकत करते हैं. शीर्ष 10 खिलाड़ियों को छोड़कर कोई भी लगातार जीत दर्ज नहीं करता.’’ यह भारतीय अब नये सत्र में चोटों से दूर रहना चाहती है. 2008 में कलाई की चोट के कारण उसे आधा साल कोर्ट से बाहर रहना पड़ा था. सानिया ने कहा, ‘‘मैं 2010 को अन्य वर्षों की तरह देख रही हूं. मुझे कड़ी मेहनत की उम्मीद है. मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगी और सब भगवान पर छोड़ दूंगी. मैं 2010 में गंभीर चोटों से दूर रहना चाहती हूं.’’ यह स्टार खिलाड़ी 2009 में अपने प्रदर्शन से खुश है, हालांकि इसमें उसके लिये खुशी के कुछ पल ही मौजूद थे.