किशोर प्रजनन एवं यौन स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बिहार के 10 जिलों में ग्रामीण इलाकों में सामाजिक विपणन कार्यक्रम के तहत छह रुपये के मूल्य पर महिलाओं के लिए सैनिटरी नैपकीन उपलब्ध कराये जायेंगे.
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार ने वीरवार को संवाददाताओं से कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के किशोर प्रजनन एवं यौन स्वास्थ्य कार्यक्रम (एडोलसेंट रिप्रोडक्टिव एंड सेक्सुअल हेल्थ प्रोग्राम) के तहत राज्य के 10 जिलों के ग्रामीण इलाकों में छह रुपये के मूल्य पर सैनिटरी नैपकीन के पांच पैकेट उपलब्ध कराये जायेंगे.
राज्य के वैशाली, औरंगाबाद, रोहतास, कैमूर, भोजपुर, बक्सर, सारण, दरभंगा, मुंगेर और गया जिले में जल्द यह योजना शुरू की जाएगी. यह योजना किशोरियों के रजोधर्म स्वास्थ्य (मेंसच्यूरल हेल्थ) के प्रति स्वास्थ्य जागरुकता के तहत शुरू की जा रही है.
कुमार ने कहा कि वैशाली में स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) द्वारा निर्मित और शेष अन्य नौ जिलों में देश की सबसे बड़ी कंडोम निर्माता कंपनी हिंदुस्तान लैटेक्स लिमिटेड (एचएलएल) की आपूर्ति की गयी सैनिटरी नैपकीन उपलब्ध होगी. सामाजिक विपणन योजना के तहत आशा कार्यकर्ताओं द्वारा इन सैनिटरी नैपकीन की बिक्री की जाएगी और प्रति पैकेट उन्हें एक रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
कार्यपालक निदेशक ने कहा कि प्रजनन स्वास्थ्य एक ऐसा विषय है, जिस पर सार्वजनिक रुप से चर्चा नहीं होती है. ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दिया जाता है. इस विषय पर जागरुकता का प्रसार करना जरूरी है.