गुजरात के निलंबित आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट ने नानावती आयोग की आलोचना करते हुए कहा है कि इसने मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को दोषमुक्त दिखने का काम किया है.
आयोग के समक्ष भट्ट ने कहा, ‘मुझे यह जानकारी मिली है कि आयोग ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट सौंपने के दौरान अपनी जिम्मेदारी का दुरुपयोग किया और उसने मोदी को दोषमुक्त करार दिया.’ उन्होंने कहा,‘जनसंघर्ष मंच के आवेदन को 18 सितंबर, 2009 को खारिज करते समय आयोग ने कहा था कि उसके पास कोई सामाग्री नहीं है कि जिसके आधार पर मुख्यमंत्री को सम्मन भेजा जाए.’ भट्ट ने फिर से यह मांग
दोहराई कि मोदी को 2002 के दंगों के संदर्भ में पूछताछ के लिए आयोग के सामने बुलाया जाए.