आयरलैंड में भारतीय मूल की सविता की मौत हुई है, लेकिन इस मौत ने एक मुल्क की सोच पर बेहद गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. कोई तड़प रहा है, दर्द से मचल रहा हो, मौत उसके सामने हो, और उस मुल्क के डॉक्टर मरीज से पीठ कर लें, ऐसे में विरोध तो लाजिमी है, इंसाफ की आवाज भारत से बुलंद हो रही है और इस मौत का जवाब आयरलैंड को देना ही होगा. आज सविता ने दम तोड़ा है कल कोई और सविता इसकी शिकार ना हो.
दिल्ली में बीजेपी महिला मोर्चा ने सविता की मौत पर नारेबाजी की और आयरलैंड हाय हाय के नारे लगाए. ये सिर्फ एक नारेबाज़ी नहीं है, इस आवाज़ में इंसाफ की गुहार है, सविता की.. मौत का दर्द है और भारतीय मूल की महिला पर आयरलैंड में हुए अत्याचार के खिलाफ हल्ला बोल है.
आरलैंड में हुई सविता की मौत पर आज पूरा भारत एक साथ खड़ा है, हर कोई उस कट्टर कानून पर जवाब मांग रहा है. जिसकी वजह से आज सविता दुनिया में नहीं है. बीजेपी महिला मोर्चे ने आयरलैंड दूतावास पर इंसाफ के लिए आवाज बुलंद की है.
बीजेपी की कद्दावर नेता स्मृति ईरानी समेत पार्टी के कई और नेता भी आयरलैंड दूतावास पर पहुंचे. बीजेपी ने आयरिश राजदूत से जवाब मांगा है कि आखिर सविता के साथ ऐसा सितम क्यों किया गया. स्मृति ने बताया कि राजदूत ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी जांच होगी.
गौरतलब है कि सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि आयरलैंड की राजधानी डबलिन में भी संसद के बाहर करीब 2 हजार लोग जमा हुए. इन सभी ने गर्भपात कानून में बदलाव की मांग की. सविता कर्नाटक के बेलगाम की रहनेवाली थीं. पेशे से डेंटिस्ट 31 साल की सविता शादी के बाद जिंदगी के हसीन सपने पूरे करने के लिए अपनी पति के पास आयरलैंड चली गई थीं. सविता के पति प्रवीण पेशे से इंजीनियर हैं. प्रवीण अपनी पत्नी को बचाने के लिए डॉक्टरों की जितनी खुशामद हो सकती उतनी कर ली, लेकिन डॉक्टर टस से मस नहीं हुए और सविता खुद डॉक्टर होते हुई आयरलैंड के डॉक्टरों की दकियानूसी सोच की भेंट चढ़ गई.
सविता की इस दर्दनाक मौत पर भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता भी सामने आए हैं. सामाजिक कार्यकर्ता, रंजना कुमारी ने कहा कि ने इस मामले पर सरकार से इंसाफ की अपील की है. हर कोई आयरलैंड के कानून को कटघरे में खड़ा कर रहा है, एक बहस छिड़ गई है कि क्या ऐसा कानून होना चाहिए, जो किसी की जान ले ले. बीजेपी और लेफ्ट भी इसका पुरज़ोर विरोध कर रहा है.
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने भी सविता की मौत को गंभीरता से लिया है. विदेश मंत्रालय की तरफ से आयरलैंड के राजदूत को समन भेज दिया गया है.
आयरलैंड में सविता की मौत, और मौत भी ऐसी कि वो तड़पती रही, और वहां के डॉक्टर, कानून की बेड़ियों में जकड़े रहे. आखिरकार सविता ने दम तोड़ दिया, और आयरलैंड के कानून ने एक परिवार को जैसे जीते जी मार दिया.