वैज्ञानिकों ने वसा के स्टेम सेल से मानव हड्डी को विकसित करने में सफलता प्राप्त की है. इस नई खोज से पीड़ित व्यक्ति की कोशिकाओं से टूटी हड्डियों के इलाज और बदलने का रास्ता भी खुल गया है. शोधकर्ताओं ने शुरुआत में वसा ऊतकों से स्टेम सेल लिया और इसे विकसित होने में करीब एक महीने का समय लगा.
'टेलीग्राफ' की रिपोर्ट के अनुसार इजरायल की जैव प्रौद्योगिकी से सम्बधित एक कम्पनी इस प्रौद्योगिकी पर शिक्षाविदों के साथ काम कर रही है और उम्मीद जताई जा रही है कि वर्ष के अंत तक इस नई खोज का परीक्षण मरीजों पर किया जाएगा.
बोनस बायोग्रुप के वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष और प्रोफेसर एविनोएम कादोयूरी ने बताया, 'चोट लगने पर और सर्जरी के दौरान कृत्रिम हड्डियों की जरूरत होती है. हम हड्डियों को सही आकार में लाने के लिए तीन आयामी संरचना का प्रयोग करते हैं. हम इन हड्डियों को शरीर के बाहर विकसित कर सकते हैं और बाद में इन्हें उचित समय पर मरीज में स्थानांतरित किया जा सकता है.'
उन्होंने कहा, 'अगर कोशिकाएं मरीज के अपने शरीर से ली जाती है, तो अस्वीकृति सम्बंधी कोई समस्या नहीं आती.' पूर्व में पशुओं में सफल हड्डी प्रत्यारोपण किया जा चुका है. यह प्रौद्योगिकी डाक्टरों को दुर्घटना में नष्ट हुई हड्डियों को बदलने में सक्षम बना देगी.