पड़ोसी जिला मुख्यालय उमरिया के वरिष्ठ पत्रकार चंद्रिका राय, उनकी पत्नी एवं दो बच्चों की शनिवार शाम उमरिया में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा हत्या किए जाने के विरोध में विभिन्न संगठनों के आव्हान पर ‘नगर बंद’ रहा.
उमरिया व्यापारी संघ के आव्हान पर शहर के सभी बाजार, व्यापारिक प्रतिष्ठान एवं साप्ताहिक बाजार पूरी तरह बंद रहे. व्यापारी संघ ने शहर के निर्भीक पत्रकार चंद्रिका राय की हत्या की जांच केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने तथा हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है.
पत्रकार राय, उनकी पत्नी एवं करकेली जनपद पंचायत सदस्य दुर्गा राय, पुत्र जलज तथा पुत्री निशा की हत्या की जांच को दिशा देने के लिए जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह मरावी, पुलिस महानिदेशक एस के राउत, पुलिस महानिरीक्षक ए पी सिंह, पुलिस उप महानिरीक्षक राजाबाबू सिंह सहित पुलिस एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी आज उमरिया में मौजूद हैं.
उमरिया के नगर पुलिस निरीक्षक एल डी सिंह ने टेलीफोन पर बताया कि इस हत्याकांड को लेकर पुलिस सभी संभावित पहलुओं पर ध्यान देकर जांच कर रही है. यह भी ध्यान में रखा जा रहा है कि कहीं पत्रकार राय किसी ऐसी खबर पर तो काम नहीं कर रहे थे, जिसे छिपाने के लिए आरोपियों ने उनकी परिवार सहित हत्या कर दी. इसके अलावा पिछले एक माह में उनके द्वारा दैनिक नवभारत के जबलपुर संस्करण में लिखे गए समाचारों की भी जांच की जा रही है. सिंह ने कहा कि पुलिस की जांच का दायरा काफी बढ़ा दिया गया है और हर संभावित दृष्टिकोण की बारीकी से जांच की जा रही है.
उल्लेखनीय है कि नगर के स्टेशन रोड स्थित एमपीईबी कलोनी में शनिवार की शाम नवभारत के जबलपुर संस्करण के उमरिया जिला संवाददाता चन्द्रिका राय, उनकी पत्नी दुर्गा राय, पुत्र जलज तथा पुत्री निशा का शव उनके कार्यालय-सह-आवास में पाया गया. इन सबकी हथौड़ी, हंसिया तथा जीप में लगने वाली कमानी के वार से हत्या की गई थी. राय की लाश उनके कार्यालय में पड़ी थी, जबकि पत्नी एवं बच्चों के शव लहूलुहाल अवस्था में शयनकक्ष में पाये गए थे.