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मजीठिया वेतनबोर्ड की सिफारिशें लागू करने को लेकर मीडियाकर्मियों का प्रदर्शन

पत्रकारों एवं गैर पत्रकारों के लिए गठित मजीठिया वेतनबोर्ड की सिफारिशें अधिसूचित करने में केन्द्र सरकार द्वारा किए जा रहे अनावश्यक विलंब से क्षुब्ध संवाद समितियों और समाचार पत्रों के कर्मचारियों ने अपने देशव्यापी आंदोलन के तहत मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन कर संप्रग एवं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा.

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मध्य प्रदेश
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पत्रकारों एवं गैर पत्रकारों के लिए गठित मजीठिया वेतनबोर्ड की सिफारिशें अधिसूचित करने में केन्द्र सरकार द्वारा किए जा रहे अनावश्यक विलंब से क्षुब्ध संवाद समितियों और समाचार पत्रों के कर्मचारियों ने अपने देशव्यापी आंदोलन के तहत मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन कर संप्रग एवं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा.

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प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर मौजूद मीडिया विभाग के प्रमुख मानक अग्रवाल ने प्रदर्शनकारी पत्रकारों एवं गैर पत्रकारों से ज्ञापन लेते हुए कहा कि वह उनकी भावना से पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अवगत कराएंगे और केन्द्रीय मंत्रिमण्डल द्वारा वेतनबोर्ड की सिफारिशें शीघ्र अधिसूचित करने का आग्रह करेंगे.

इस प्रदर्शन में मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ अध्यक्ष शलभ भदौरिया एवं कार्यसमिति सदस्य एन पी अग्रवाल भी अपने साथियों सहित शामिल हुए. पत्रकारों एवं गैर पत्रकारों के इस देशव्यापी आंदोलन का आहवान कान्फेडरेशन आफ न्यूज पेपर्स एण्ड न्यूज एजेंसी एम्प्लाईज आर्गेनाइजेशन्स ने किया था.

उल्लेखनीय है कि मजीठिया वेतनबोर्ड ने 31 दिसंबर 2010 को ही अपनी सिफारिशें सरकार को सौंप दी थीं लेकिन सरकार ने अभी तक उन्हें अधिसूचित नहीं किया है.

ज्ञापन में कहा गया है कि देश में बढ़ती महंगाई के मद्देनजर सरकारी कर्मचारियों, सांसदों, विधायकों के वेतनमानों और भत्तों में वृद्धि की जा चुकी है लेकिन लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडियाकर्मियों के वेतनमान पिछले 13 वर्ष से ज्यों के त्यों हैं.

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सरकार द्वारा गठित संविधान सम्मत वेतनबोर्ड की सिफारिशों को खुद सरकार ही अखबारी मालिकों के दबाव में दबाए बैठी है, जो पत्रकारों और गैर पत्रकारों के साथ घोर अन्याय है.

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