नागपुर में अन्ना के समर्थक अहिंसा का रास्ता छोड़कर मारपीट पर उतारू हो गए. अरविंद केजरीवाल की सभा में झड़प के बाद अफरातफरी मच गई.
अरविंद केजरीवाल स्थानीय देशपांडे हॉल में इंडिया अगेंस्ट करप्शन के बैनर तले लेक्चर दे रहे थे. हॉल के बाहर घंटानाद संगठन के लोग कालेझंडे लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. जब केजरीवाल को सुनकर बड़ी तादाद में लोग बाहर निकले, तो विरोध करने वालों को देखकर उनका खून खौल उठा.
इसके बाद दोनों तरफ़ से जमकर मारपीट हुई. घंटानाद संगठन के दो सदस्यों की बुरी तरह पिटाई हुई.
साफ़ है कि जहां टीम अन्ना को देश भर से अपार समर्थन मिल रहा है, वहीं छिटपुट विरोध भी सामने आ रहा है. हिसार चुनाव में टीम अन्ना ने कांग्रेस विरोधी मुहिम चलाई तो लखनऊ में अरविंद केजरीवाल पर चप्पल फेंकी गई. वहां भारी हंगामा मचा, अन्ना समर्थक आग बबूला हो गए, लेकिन हालात काबू में रहे.
नागपुर में अन्ना की मुहिम का विरोध देखकर लोगों से बर्दाश्त नहीं हुआ. वे अन्ना का अहिंसा धर्म भी भूल गए और विरोधियों से मारपीट कर बैठे.
उधर, अन्ना ने कहा है कि उन पर चाहे जितने भी हमले हों, अपने मज़बूत चरित्र की ताक़त से वे हमेशा अडिग रहेंगे. दिल्ली से रालेगण सिद्धि पहुंचे अन्ना से मिलने के लिए प्रशंसकों का तांता लग गया. अन्ना ने कहा कि उनकी ज़िंदगी तलवार की धार पर चल रही है.
अन्ना ने कहा कि अगर उनके ऊपर रत्ती भर दाग़ होता तो विरोधी उन्हें जीने नहीं देते. अन्ना ने लोगों को बताया कि कैसे उन्होंने ख़ुद को अब तक बेदाग रखा.