वाराणसी के शीतला घाट पर मंगलवार को गंगा आरती के दौरान हुए विस्फोट के बाद के हालात का जायजा लेने बुधवार को वाराणसी पहुंचे. गृह मंत्री पी चिदंबरम ने स्वीकार किया कि यह हादसा सुरक्षा में चूक की वजह से हुआ तथा उत्तर प्रदेश सरकार को इस साल 3 बार सुरक्षा उपाय चाक चौबंद करने का परामर्श दिया गया था.
घटनास्थल का दौरा करने के बाद सर्किट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए गृह मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार को इस वर्ष तीन बार एडवाइजरी भेजकर सुरक्षा उपायों में मुस्तैदी बरतने की हिदायत दी गई थी.
उन्होंने बताया कि इस वर्ष 25 फरवरी को पुणे विस्फोट के बाद, 26 नवंबर के मुंबई हमलों की बरसी के मौके पर और छह दिसंबर को बाबरी विध्वंस की बरसी पर खास तौर से राज्य सरकार से चौकस रहने को कहा गया था. उन्होंने विशेष उल्लेख करते हुए बताया कि गंगा घाटों पर जहां रोज आरती होती है, को खास तौर से संवेदनशील बताकर विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया था, लेकिन सुरक्षा खामियों के चलते यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई.
उन्होंने बताया कि हादसे में दो वर्ष की बच्ची स्वस्तिका की मौत हुई है और कुल 40 लोगों को घायलावस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिनमें से 9 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और जो बाकी घायल अस्पताल में हैं उनमें भी कोई गंभीर रूप से घायल नहीं है. उन्होंने बताया कि घायलों में छह विदेशी थे, जिनमें से दो को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. {mospagebreak}
गृहमंत्री ने इस दुखद हादसे के बाद शहर में शांति और अमन कायम रखने एवं माहौल को सामान्य बनाए रखने के लिए बनारस की जनता को बधाई देते हुए कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश के तौर पर इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है, लेकिन शहर की बहादुर जनता ने अपने हौंसले से हमलावरों के मंसूबों को नाकाम कर दिया.
चिदंबरम ने साल के आखरी महीने में हुई इस घटना पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि फरवरी में पुणे में हुए विस्फोट के बाद लगभग 10 महीने का समय बीत चला था और ऐसा लग रहा था कि यह बरस अब कोई और बड़ा घाव नहीं देगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
राज्य सरकार की अतिरिक्त सुरक्षा बलों की मांग के संदर्भ में गृहमंत्री ने कहा कि सुरक्षा का इंतजाम करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है और केन्द्र सरकार उसमें सहयोग करती है. उन्होंने बताया कि राज्य को सुरक्षा बलों की अतिरिक्त बटालियन दी गई है और बनारस में केन्द्रीय आरक्षी पुलिस बल की एक बटालियन तैनात है.
उन्होंने बताया कि वह राजधानी वापस जाकर प्रधानमंत्री ने घटना के शिकार लोगों के लिए केन्द्रीय सहायता के बारे में विचार करने के बाद इस संबंध में निर्णय करेंगे.
यहां आने से पहले चिदंबरम ने घाट का दौरा किया और हादसे में जान गंवाने वाली नन्हीं स्वस्तिका के पिता और घायल फूलबनी के पति से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया.