मुंबई आतंकवादी हमलों की दूसरी बरसी पर देश को हाई अलर्ट पर रखा गया है. महाराष्ट्र और दिल्ली में खासतौर पर सुरक्षा चाक चौबंद की गई है.
मुंबई में आतंकी हमले में मारे गए 166 लोगों की याद में मुंबईवासी गृह मंत्री पी चिदंबरम के नेतृत्व में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करेंगे. 26 नवंबर 2008 को हुए हमले से निपटने के लिए सुरक्षा इंतजामों पर उठे सवालों के बीच वायु सेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल पी वी नाइक ने कहा कि मुंबई जैसे हमलों से निपटने के लिए देश अब बेहतर तौर पर तैयार है.
नई दिल्ली में उन्होंने संवाददाताओं को बताया, ‘सशस्त्र बल तब (26/11) भी तैयार था और अब भी तैयारी में कोई बदलाव नहीं हुआ लेकिन एक देश के तौर पर हम (मुंबई जैसे हमलों से निपटने के लिए) बेहतर तौर पर तैयार हैं. केंद्र ने सभी प्रदेशों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे किसी भी स्थान पर शांति भंग करने की किसी भी कोशिश से निपटने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रखें. {mospagebreak}
गृह मंत्रालय ने सभी प्रदेशों और केंद्र शासित प्रदेशों, खास तौर पर महाराष्ट्र और दिल्ली से कहा है कि वे बाजारों, धार्मिक और दूसरे सार्वजनिक स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करें. केंद्र ने अधिकारियों से भीड़ भरे स्थानों पर लोगों की गतिविधियों पर ध्यान देने के लिए पर्याप्त मात्रा में सीसीटीवी कैमरा, मेटल डिटेक्टर और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लगाने को भी कहा है.
देश की तटीय रेखाओं पर भी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर दी गई है. इन दिनों गोवा में अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह चल रहा है, जिसके चलते सरकार सुरक्षा व्यवस्था में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती.
लगभग एक पखवाड़े पहले पश्चिम की एक खुफिया एजेंसी ने नयी दिल्ली को सूचना दी थी कि लश्कर मुंबई के भीड़ भरे स्थानों पर वैसा ही हमला कर सकता है, जैसा उसने दो साल पहले किया था. एक और खुफिया जानकारी में कहा गया था कि कश्मीरी आतंकवादी संगठन दिल्ली के पालिका बाजार जैसे कई लोकप्रिय बाजारों पर हमला कर सकते हैं.