विश्व के प्राचीनतम शहरों में एक एवं देश की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी में रविवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर देव दीपावली महोत्सव धूमधाम से मनाया गया.
केन्द्रीय देव दीपावली महासमिति के सानिध्य में भिन्न घाटों की समितियों ने सान्ध्यबेला में रामनगर से आदिकेशव घाट तक सवा सौ स्थानों पर गंगा आरती कर देव दीपावली महोत्सव के रजत जयंती वर्ष को यादगार बनाया.
घाटों के किनारे स्थित मठों मंदिरों व इमारतों को भी बिजली की झालरों से सजाया गया था. दीपदान के साथ कई घाटों पर आतिशबाजी भी की गयी. इनमें मणिघाट की आतिशबाजी सबसे आकषर्क रही.
गंगा किनारे की गयी सजावट देखने के लिए न सिर्फ घाटो पर जनसैलाब उमड पडा गंगा में छोटी बडी नौकाओं बजडों व मोटरबोटों पर हजारो ला्रेग विचरण कर रहे थे.
गंगातट स्थित दो घाटों पर मुख्य आयोजन हुआ. गंगोत्री सेवा समिति के सौजन्य से शीतला घाट पर आयोजित महोत्सव व गंगा आरती देखने के लिए मंच पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे एवं महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेसियों का जमावडा था.