मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (44) और सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (42) की नाबाद जुझारू पारियों की बदौलत भारत ने आज यहां आस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच की पहली पारी में शुरूआती झटकों से उबरते हुए दो विकेट पर 128 रन बनाए.
चायकाल से ठीक पहले आस्ट्रेलिया की पहली पारी 478 रन पर समाप्त होने के बाद भारतीय टीम ने अंतिम सत्र में बल्लेबाजी की. सहवाग ने 30 रन की तेजतर्रार पारी खेली लेकिन उनके और राहुल द्रविड (01) के जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट जाने के बाद मेजबान टीम दबाव में आ गई. लेकिन तेंदुलकर ने विजय के साथ मिलकर सूझबूझ के साथ पारी को आगे बढ़ाया.
तेंदुलकर ने 88 गेंदों की पारी में छह चौके जबकि विजय ने 83 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया. भारत के नजरिए से अच्छी बात यह रही कि आस्ट्रेलिया के गेंदबाज अंतिम क्षणों में तमाम प्रयासों के बावजूद कोई विकेट नहीं ले पाए. भारत अब कल लंबा स्कोर खड़ा करने का प्रयास करेगा. आस्ट्रेलिया की ओर से तेज गेंदबाज बेन हिल्फेनहास और मिशेल जानसन ने एक-एक विकेट लिया.
इससे पहले आस्ट्रेलिया ने कल के स्कोर पांच विकेट पर 285 रन से आगे खेलते हुए पहली पारी में 478 रन बनाए. मेहमान टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज मार्कस नार्थ (128) के शानदार शतक और टिम पेन (59) के अर्धशतक ने भारत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.{mospagebreak}
नार्थ और पेन की आस्ट्रेलियाई जोड़ी ने पहले सत्र में भारतीय गेंदबाजों को खूब छकाया. इन दोनों बल्लेबाजों ने छठे विकेट के लिए 149 रन जोड़े. नार्थ ने 240 गेंदों का सामना करते हुए 17 चौके और एक छक्का जमाया.
भारत पहले सत्र में आस्ट्रेलिया को झटके देकर जल्दी बल्लेबाजी के लिए उतरने को बेताब था लेकिन आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने पहले सत्र में बिना विकेट खोए 99 रन बटोरे. निचले क्रम में नाथन हारिट्ज (17) और हिल्फेनहास (नाबाद 16) ने मेजबान गेंदबाजों को काफी देर तक परेशानी में डाले रखा.
आखिरकार भारतीय स्पिन जोड़ी हरभजन सिंह और प्रज्ञान ओझा ने आस्ट्रेलियाई निचले क्रम को ध्वस्त कर टीम को राहत दी. हरभजन ने शतकवीर नार्थ और पीटर जार्ज को आउट किया जबकि ओझा पेन को धोनी के हाथों स्टम्प कराया.