बाबा रामदेव के शनिवार से शुरू हो रहे अनशन से पहले उनसे महत्वपूर्ण बातचीत के लिए केंद्र सरकार के कुछ कैबिनेट मंत्रियों ने अपनी तय यात्राओं को रद्द कर दिया. इनमें वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी भी शामिल हैं.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मुखर्जी ने बाबा रामदेव को अनशन नहीं करने के लिए मनाने के लिहाज से उनसे बातचीत के लिए कोलकाता की अपनी यात्रा रद्द कर दी.
सूत्रों के मुताबिक कानून मंत्री एम. वीरप्पा मोइली का भी मंगलोर जाने का कार्यक्रम था लेकिन उन्होंने भी वार्ता के चलते उसे निरस्त कर दिया.
काले धन और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सत्याग्रह करने की घोषणा करने वाले रामदेव को मनाने के लिए सरकार की तरफ से प्रयास जारी हैं. दरअसल सरकार नहीं चाहती कि देश में फिर से दो महीने पहले के हालात बनें जब अन्ना हजारे ने जंतर मंतर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन किया था और हजारों लोग उनके समर्थन में सड़क पर उतर आये थे. तब सरकार को अन्ना की मांगें माननी पड़ी थीं.
रामदेव के करीबी सहयोगियों ने कहा कि यदि सरकार सभी मांगें मान भी लेती है तब भी सत्याग्रह कम से कम तीन दिन चलेगा. इस बीच योग और सत्याग्रह में भाग लेने के लिए देशभर से लोगों का हुजूम रामलीला मैदान में उमड़ने लगा है.