भ्रष्टाचार को लेकर राजनीतिक खींचतान और पूर्वी एशिया में तनाव ने आज शेयर बाजार को हिलाकर रख दिया जिससे बांबे स्टाक एक्सचेंज शुरुआती कारोबार में 615 अंक तक का गोता खा गया था.
हालांकि, घरेलू एवं विदेशी निवेशकों के लिवाली समर्थन ने बाजार को काफी हद तक उबार लिया. फिर भी सेंसेक्स 265.75 अंक टूटकर 19,691.84 बंद हुआ. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 75.25 अंक की गिरावट के साथ 5,934.75 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 5,824.95 अंक के दिन के निचले स्तर पर आ गया था.
उत्तर और दक्षिण कोरिया की विवादित पश्चिमी सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच गोलाबारी और भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच देश में संप्रग नीत सरकार के राजनीतिक भविष्य को लेकरचिंताओं के चलते बाजार की धारणा काफी कमजोर हो गई. सेंसेक्स में शामिल 30 में से 27 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि तीन कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए. {mospagebreak}
आरआईएल का शेयर 17.20 रुपये टूटकर 994.90 रुपये पर बंद हुआ. जियोजित बीएनपी परिबा फिनांशल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख एलेक्स मैथ्यूज ने कहा, ‘घरेलू एवं विदेशी बाजारों से नकारात्मक संकेत आने शेयर बाजार कठित दौर से गुजर रहा है. खुदरा निवेशक एवं विदेशी संस्थागत निवेशक सतर्कता बरत रहे हैं.’
जहां रिलायंस इंडस्ट्रीज 1.7 प्रतिशत गिरावट के साथ बंद हुआ, वहीं आईसीआईसीआई बैंक में 1.95 प्रतिशत और एसबीआई में 2.83 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. इनके अलावा, टाटा पावर 3.04 प्रतिशत, स्टरलाइट इंडस्ट्रीज 2.11 प्रतिशत, हिंडाल्को 2.09 प्रतिशत, टाटा स्टील 1.79 प्रतिशत और जिंदल स्टील 1.39 प्रतिशत टूटकर बंद हुआ.
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में केवल मारुति सुजुकी और हिंदुस्तान युनिलीवर लाभ के साथ बंद हुए. दूरसंचार कंपनियों में भारती एयरटेल 2.3 प्रतिशत और आरकाम 2.18 प्रतिशत गिरावट के साथ बंद हुआ.