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महंगाई और ब्याज दरें बढ़ने की चिंता में सेंसेक्‍स लुढ़का

महंगाई और ब्याज दरों को लेकर लगातार बढ़ती चिंता के बीच सोमवार को बंबई शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली का जोर रहा जिससे संवेदी सूचकांक 333 अंक टूटकर पिछले दो महीने के न्यूनतम स्तर पर चला गया.

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महंगाई और ब्याज दरों को लेकर लगातार बढ़ती चिंता के बीच सोमवार को बंबई शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली का जोर रहा जिससे संवेदी सूचकांक 333 अंक टूटकर पिछले दो महीने के न्यूनतम स्तर पर चला गया.

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वैश्विक बाजारों से भी लगातार मंदी के संकेत मिल रहे हैं. यूरोपीय देशों में ऋण संकट गहराने से धारणा कमजोर बनी हुई थी. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी सूचकांक करीब 100 अंक टूटकर 5,400 अंक से नीचे बंद हुआ. शेयर दलालों का कहना था कि निवेशकों की चौतरफा बिकवाली का जोर रहा.

कुछ तो महंगाई और ब्याज दरों में वृद्धि की आशंका से बाजार की धारणा कमजोर रही और कुछ वजह यह भी रही कि आगामी गुरुवार को मई माह के डेरिवेटिव सौदे यानी वायदा एवं विकल्प सौदे का निपटान निकट है.

इसके अलावा पिछले सप्ताह ही साख निर्धारण संस्था ‘फित्च’ ने यूनान की ऋण साख को कम कर दिया जबकि स्टैण्डर्ड एण्ड पूअर्स ने इटली की रेटिंग के लिये परिदृश्य ग्रेडिंग भी कम कर दी. इससे यूरोप में सरकारी ऋण संकट को लेकर चिंता एक बार फिर बढ़ गई.

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बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक 332.76 अंक यानी 1.82 प्रतिशत घटकर 17,993.33 अंक पर बंद हुआ. गत 22 मार्च के बाद यह पहला मौका है जब संवेदी सूचकांक 18,000 अंक से नीचे बंद हुआ है. एनएसई का निफ्टी सूचकांक भी 99.80 अंक घटकर 5,386.55 अंक पर बंद हुआ.

मोतीलाल ओसवाल सिक्युरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक पाराग डाक्टर ने कहा, ‘कमजोर वैश्विक संकेतों से व्यापक स्तर पर बिकवाली से सेंसेक्स करीब दो प्रतिशत टूट गया, पूंजीगत सामान, बिजली, बैंकिंग और रीएल्टी स्टॉक में भारी गिरावट रही.’ एशियाई क्षेत्र में चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और ताइवान के प्रमुख शेयर सूचकांक एक से लेकर तीन प्रतिशत नीचे बंद हुये. यूरोप में भी कई प्रमुख सूचकांक दो प्रतिशत तक नीचे बंद हुये.

ब्याज दरों की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों जैसे बैंकिंग, भूसंपत्ति कारोबार, आटोमोबाइल कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का जोर रहा और इनमें भारी गिरावट रही. हालांकि, चौतरफा गिरावट के इस दौर में त्वरित उपभोग की वस्तुयें बनाने वाली आईटीसी कंपनी का शेयर बेहतर तिमाही परिणाम से लाभ में रहा.

सेंसेक्स की गणना में शामिल शेयरों में भेल के शेयर में सर्वाधिक 6.69 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. कंपनी निदेशक मंडल ने इस इंजीनियरिंग कंपनी में पांच प्रतिशत शेयर विनिवेश को मंजूरी दी है.

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सेंसेक्स पर असर डालने वाले अन्य शेयरों में आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंफ्रा, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, एनटीपीसी, स्टरलाइट इंड., स्टेट बैंक, जयप्रकाश एसो., ओएनजीसी, एल एण्ड टी, रिलायंस कम्युनिकेशंस, जिंदल स्टील, एचडीएफसी बैंक, बजाज ऑटो, सिपला, डीएलएफ, हिन्डाल्को, टाटा पावर, एचडीएफसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 1.45 से लेकर 3.61 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई. बीएसई में दर्ज शेयरों में 1,973 शेयर गिरावट में बंद हुये जबकि 801 शेयरों के दाम ऊंचे रहे. कुल कारोबार 2,371.47 करोड़ रुपये रहा.

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