बाजार के अनुमान से कमजोर इनफोसिस के तिमाही नतीजे और मुद्रास्फीति में तेजी के रुख से ब्याज दरें बढ़ने की आशंका से हुई बिकवाली से बांबे स्टाक एक्सचेंज का सेंसेक्स 310 अंक टूट गया.
इन्फोसिस में 9.59 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी. पिछले सत्र में 434 अंक की बढ़त हासिल करने वाला सेंसेक्स 310.04 अंक की गिरावट के साथ 19,386.82 अंक पर बंद हुआ. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 86.95 अंक टूटकर 5,824.55 अंक पर बंद हुआ. बाजार के अनुमान से कमजोर नतीजे पेश करने वाली आईटी कंपनी इनफोसिस का शेयर 9.59 प्रतिशत टूटकर 2,988.80 रुपये पर आ गया.
चौथी तिमाही में इनफोसिस का शुद्ध लाभ 13.62 प्रतिशत बढ़ा जो बाजार के अनुमान से कम है. इसके अलावा, मार्च महीने में मुद्रास्फीति बढ़कर 8.98 प्रतिशत पहुंचने से यह आशंका बढ़ गई है कि रिजर्व बैंक महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए अगले महीने नीतिगत दरों में बढ़ोतरी कर सकता है.
रिजर्व बैंक ने पिछले महीने उम्मीद जताई थी कि मार्च में मुद्रास्फीति आठ प्रतिशत रहेगी. ब्याज दरें बढ़ने की आशंका का असर बैंकिंग शेयरों पर भी देखने को मिला. बाजार में कमजोर धारणा के चलते आईटी शेयरों के अलावा बैंकिंग और ऑटो शेयर भी मुनाफा वसूली के शिकार हुए.
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में विप्रो 5.04 प्रतिशत, डीएलएफ 2.43 प्रतिशत, आईसीआईसीआई बैंक 2.37 प्रतिशत, हिंदुस्तान युनिलीवर 1.83 प्रतिशत, एचडीएफसी 1.59 प्रतिशत, टीसीएस 1.52 प्रतिशत और मारुति सुजुकी 1.51 प्रतिशत टूटकर बंद हुआ. इसके अलावा, रिलायंस इंफ्रा 1.43 प्रतिशत, आरकाम 1.42 प्रतिशत, जिंदल स्टील 1.30 प्रतिशत, एनटीपीसी 1.28 प्रतिशत और टाटा मोटर्स 1.19 प्रतिशत गिरावट के साथ बंद हुआ. हालांकि, हीरो होंडा 5.52 प्रतिशत, भारती एयरटेल 1.35 प्रतिशत और बजाज आटो 1.06 प्रतिशत मजबूत होकर बंद हुआ.