बिहार में नीतीश कुमार का सुशासन चल रहा है और राज्य प्रगति पर है लेकिन नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल के सदस्य और भी प्रगति कर रहे हैं. दरअसल नीतीश मंत्रिमंडल के सहयोगियोंने अपने संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक किया है और इसके अनुसार कई मंत्रियों से अधिक धनवान उनकी पत्नियां हैं.
जिन मंत्रियों की पत्नी की चल संपत्ति उनसे अधिक है उनमें उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह, स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, भवन निर्माण मंत्री दामोदर राउत, ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्रा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी का नाम शामिल है.
इस सूची में राज्य के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह के पास जो 25.58 लाख रुपये की चल संपत्ति है, उससे अधिक जायदाद उनकी पत्नी सागरमणि देवी के पास है. सिंह की पत्नी की चल संपत्ति 27. 42 लाख रुपये है, जबकि स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे की चल तथा अचल संपत्ति पत्नी से कम है.
चौबे के पास 61.24 लाख रुपये मूल्य की चल और अचल संपत्ति है, जबकि स्वास्थ्य मंत्री से आगे उनकी पत्नी नीता चौबे हैं, जिनके पास 94.09 लाख रुपये की संपत्ति है.
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी इस सूची में शुमार हैं. वित्तमंत्री का प्रभार संभाल रहे मोदी के पास कुल चल संपत्ति 25.78 लाख रुपये की है, लेकिन उनकी पत्नी जेएस मोदी की चल संपत्ति 29.84 लाख रुपये की है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले विजय कुमार चौधरी की पत्नी की चल संपत्ति 20.28 लाख रुपये है. चौधरी की चल संपत्ति 15 लाख रुपये है. हालांकि जमीन, मकान और भूखंड आदि को मिलाकर अचल संपत्ति के मामले में चौधरी अपनी पत्नी से आगे हैं.
इसी प्रकार कई मंत्रियों की चल संपत्ति में नकद, बैंक में जमा, शेयर डिबेंचर, वाहन और हथियार आदि शामिल है, जबकि उनकी पत्नियों की भी इतना ही निवेश है.
राज्य के पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिंटू की पत्नी के पास उनसे अधिक 40.54 लाख रुपये की अचल संपत्ति है. पिंटू ने 26.69 लाख रुपये की अचल संपत्ति घोषित की है. राजग सरकार के मंत्रियों ने अपनी संपत्ति का जो ब्यौरा सार्वजनिक किया है उसमें एकरुपता नहीं है. कई मंत्रियों ने जमीन और मकान आदि का बंटवारा न होने का हवाला देकर अपनी अचल संपत्ति का ब्यौरा नहीं दिया है, जबकि कई ने सोना चांदी और आभूषण का उल्लेख कर उनका मूल्य नहीं बताया है.
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री शाहिद अली खान ने अपनी अचल संपत्ति का मूल्य नहीं बताया है. खान ने हवाला दिया है कि अचल संपत्ति का बंटवारा नहीं हुआ है. इसी प्रकार कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने सार्वजनिक किये गये ब्यौरे में संयुक्त संपत्ति का मूल्य नहीं बताया है.
राज्य के खान एवं भूतत्व मंत्री सत्यदेव नारायण आर्य के पास 100 ग्राम सोना एवं 300 ग्राम चांदी है, जिसका कुल मूल्य उन्होंने मात्र 33 हजार रुपये बताया है, जबकि पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिंटू की पत्नी के 96 ग्राम सोना 2.53 लाख रुपये का है. विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री गौतम सिंह ने अपने ब्यौरे में सोने और चांदी का मूल्य नहीं बताया है.
मानव संसाधन मंत्री प्रशांत कुमार शाही और उनकी पत्नी की चल तथा अचल संपत्ति साझा है. राज्य सरकार की तीन महिला मंत्रियों में परवीन अमानुल्लाह और रेणु कुमारी के पास अपने पति से अधिक चल और अचल संपत्ति है, जबकि कला, संस्कृति और युवा मामलों की मंत्री सुखदा पांडेय की 20. 55 लाख रुपये की चल संपत्ति की तुलना में उनके पति के पास 46.23 लाख रुपये की अचल संपत्ति है.
उद्योग और आपदा प्रबंधन मंत्री रेणु कुमारी के पास 44.43 लाख रुपये की चल संपत्ति है, लेकिन उनके पास कोई वाहन नहीं है.
करोड़पति संपत्ति वाले मंत्रियों की जमात में 28 में से बहुत कम ही लोग है. सबसे अधिक संपत्ति शिक्षा मंत्री पीके शाही और उनकी पत्नी के पास है. शाही की चल और अचल संपत्ति का कुल मूल्य 6.42 करोड़ रुपये है. राज्य के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री रमई राम के पास 1.25 करोड रुपये, ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्रा और उनकी पत्नी के पास 1.58 करोड रुपये, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के पास 1.6 करोड़ रुपये की संपत्ति है.
बिहार के खदान एवं भूतत्व मंत्री सत्यदेव नारायण आर्य के पास 1.77 करोड़ रुपये, पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिंटू के 1.10 करोड रुपये की चल और अचल संपत्ति है. सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह ने अपनी कुल संपत्ति 1.23 करोड़ रुपये घोषित की है. स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे ने 1.55 करोड़ रुपये की संपत्ति की घोषणा की है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पत्नी का देहांत हो चुका है. उनके पुत्र के पास 1.62 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति है. सार्वजनिक की गयी संपत्ति के ब्यौरे के मुताबिक सबसे गरीब मंत्री श्रम विभाग के जनार्दन सिंह सिग्रीवाल हैं, जिन्होंने अपनी चल और अचल संपत्ति 18.63 लाख रुपये घोषित की है.
राज्य के मंत्रियों ने 31 दिसंबर 2010 की तरह 2011 में भी संपत्ति का ब्यौरा दिया, जिसे इस वर्ष की शुरुआत में सार्वजनिक किया गया.
बहरहाल, सार्वजनिक किए गए ब्यौरे में मंत्रियों ने पशुधन का विवरण दिया है. इसमें पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री गिरिराज सिंह ने करीब पचास लाख रुपये की अपनी चल संपत्ति में साढ़े पांच लाख रुपये मूल्य की बकरी और डेढ़ लाख रुपये मूल्य के पक्षी ऐमू का भी ब्यौरा दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास चल संपत्ति में 83 हजार रुपये का पशुधन है. इसमें दो गाय और तीन बछड़े भी शामिल है.
वहीं, ग्रामीण कार्य मंत्री भीम सिंह ने अपनी संपत्ति के साथ शैक्षणिक ब्यौरा भी दिया है. सिंह कई विषयों के जानकार हैं. पीएचडी धारक सिंह ने 1987 में इंजीनियरिंग स्नातक करने के बाद और कला संकाय में भी दो स्नातकोत्तर की डिग्री एवं उनके पास कानून की भी डिग्री है. वर्ष 2002 में पटना विश्वविद्यालय से पीएचडी पूरी करने के बाद सिंह ने 2002 में समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री ली है. सिंह ने समाजकार्य और कल्याण विषय में भी स्नातकोत्तर हासिल की है। विवरण के अनुसार, सिंह कई बार प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हो चुके हैं.
सार्वजनिक किये गये संपत्ति के ब्यौरे के अनुसार, मंत्रियों ने सोना, चांदी और आभूषण के रूप में भी निवेश किया है. सबसे अधिक पीके शाही के पास 27 लाख रुपये मूल्य के आभूषण, हीरे और सोना आदि है. इसके बाद समाज कल्याण मंत्री परवीन अमानुल्लाह के पास 18.80 लाख रुपये के सोने और चांदी के आभूषण है. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के पास 11 लाख रुपये के आभूषण हैं.